भारतीय परम्परा में मेहमानों को खाना खिलाकर सौंफ माउथ फ्रेशनर के रूप में दी जाती है। सांस की बदबू दूर करने जैसे कई सौंफ के फायदे अनेक हैं। सौंफ में आयरन, कैल्शियम, पोटैशियम, मैग्नीज, ज़िंक और मैग्नीशियम जैसे ज़रूरी मिनिरल्स होते हैं। इस आर्टिकल में हम सौंफ खाने के फायदे जानेंगे।
दंग कर देंगे सौंफ के फायदे
1. सांस की बदबू मिटाए
सौंफ नेचुरल माउथ फ्रेशनर है। इसे चबाने पर तेल सुगंधित तेल निकलते हैं, जो सांस की बदबू कम करते हैं। इसके एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-इंफ़्लैमेटरी गुण मसूढ़ों को संक्रमण से बचाते हैं।
पानी में थोड़ी सी सौंफ डालकर उबालें और ठंडा होने पर गरारा करें। नियमित प्रयोग से मुँह से बदबू नहीं आती है।
2. बदहजमी और कब्ज़ से आराम
सौंफ में बदहजमी खत्म करने की ताकत है। सौंफ चबाते ही इसमें मौजूद तत्व पाचन क्रिया को तेज कर देते हैं। इसमें मौजूद रेशे मल को नरम करके कब्ज़ की समस्या से छुटकारा दिलाते हैं।
3. ब्लड प्रेशर कंट्रोल
सौंफ में नाइट्राइट और नाइट्रेट होते हैं। दोनों ही यौगिक रक्त कोशिकाओं के विकास और उनकी संख्या बढ़ाने में मददगार हैं। सौंफ लार में नाइट्राइट को बढ़ाकर प्राकृतिक तरीके से रक्तचाप नियंत्रित करता है। इसमें कोशिकाओं और जीव द्रव्य के लिए आवश्यक पोटेशियम भी होता है। जो दिल की धड़कन और रक्तचाप को बेहतर करता है।
4. मुँहासों की रोकथाम
त्वचा पर एंटी बैक्टीरियल और एंटी ऑक्सिडेंट गुणों से युक्त सौंफ का लेप लगाने से मुँहासे कम होते हैं। स्किन टोंड, हेल्दी और रिंकल फ्री बनती है।
5. एनिमिया से बचाव
एनीमिया यानि खून की कमी होने पर सौंफ के फायदे मंद साबित होती है। इसमें आयरन, कॉपर और हिस्टिडाइन जैसे तत्व होते हैं जो शरीर में लाल रक्त कणों को बढ़ा सकते हैं। साथ ही यह हीमोग्लोबिन का स्तर भी बेहतर रख सकते हैं। गर्भवती महिलाओं के लिए सौंफ का सेवन करना लाभकारी होता है।
6. कैंसर से रक्षा
हमारे शरीर में मैगनीज के कारण एक शक्तिशाली एंटी-ऑक्सिडेंट एन्ज़ाइम सुपरऑक्साइड डिस्म्यूटेस (Super Oxide Dismutase) बनता है, जो कैंसर के प्रति रक्षा प्रणाली है। इसलिए सौंफ चबाने से त्वचा, पेट और स्तन कैंसर की संभावना घट जाती है।
7. माहवारी का दर्द भगाए
सौंफ पेल्विक और यूटराइन में रक्त संचार को सुचारू बनाता है, जिससे दर्द से राहत मिलती है। मासिक धर्म के समय सौंफ का सेवन किया जाए तो पीड़ा कम हो जाती है।
पानी एक बड़ा चम्मच सौंफ पानी में डालकर रंग बदलने तक उबालें। इस काढ़े को छान कर रख लें। मासिक धर्म आने पर गुनगुना गर्म करके काढ़ा पिएं, दर्द से आराम मिलेगा।
8. इडीमा से बचाव
मूत्रवर्धक गुण के कारण सौंफ इडीमा रोग से बचा सकता है। यह रोग अन्य कारणों से हो सकता है इसलिए सही कारण पता करके सही इलाज करवाएं।
9. वजन कम करे
खाना खाकर सौंफ चबाने से पाचन शक्ति और मेटाबलिज़्म रेट बढ़ता है, जो वजन घटाने के लिए जरूरी है। एक शोध के मुताबिक काली मिर्च और सौंफ का सेवन करने से इंसुलिन की संवेदनशीलता बढ़ती है और वजन घटता है।
साथ ही साथ यह कोलेस्ट्रोल लेवल कम करके मेटाबॉलिक सिंड्रोम और डायबिटीज से बचाती है।