बिना मेडिटेशन के मन की शांति पाने के उपाय

शांत बैठना ही सिर्फ़ शांति पाने का अकेला रास्ता नहीं है। इसमें कोई दो राय नहीं है कि मेडिटेशन आपको मन की शांति देता है, दर्द से छुटकारा देता है, आपका मूड को बढ़िया करता है, साथ ही साथ आपको अच्छा सोचने और अच्छी नींद लेने में भी मदद करता है। लेकिन मेडिटेशन से सभी को फ़ायदा पहुँचे, इसकी कोई गारंटी नहीं है। सिर्फ़ आँखें बंद करके ध्यान लगाने से आपको सुकून नहीं मिलेगा। आज हम आपको 14 ऐसे तरीके बताएंगे जो आपको अच्छा फ़ील कराने में बहुत मददगार साबित होंगे।

मन की शांति बिना मेडिटेशन के

मन की शांति

1. एक लिस्ट बनायें

जब काम ज़्यादा होता है तो अक्सर लोग यह नहीं समझ पाते हैं कि वो काम कहाँ से शुरू करें, जिससे वे तनाव में आ जाते हैं। इसलिए ज़रूरी है कि आप अपने कामों की एक लिस्ट बनायें, ताकि आप उनको सही समय पर पूरा कर सकें। अवश्य कामों को पहले करने से काम का बोझ कम हो जाता है। इसलिए ज़रूरी है कि आप अपने टू-डू टॉस्क की एक लिस्ट तैयार और अपने काम को सही समय पर पूरा करने की आदत बना लें।

2. दूसरों का पक्ष लें

अपने फ़ैमली मेम्बर्स और दोस्तों की मदद करना, जैसे – घर का सामना ख़रीदना, उन्हें घुमाने ले जाना, उनकी ज़रूरतों को पूरा करना आदि, आपको तनाव से मुक्त रखेगा और हल्का महसूस करने में मदद करेगा। सोशल कनेक्शन बढ़ाने और मौज मस्ती करने से भी मानसिक तनाव कम हो जाता है। दूसरों की किसी काम में मदद करने से भी आपको मन की शांति मिलती है।

3. कम झूठ बोलें

आपने स्वयं महसूस किया होगा कि किसी कोई बात छुपाने पर आपको कितना स्ट्रेस हो जाता है। 2012 में 100 लोगों 10 सप्ताह तक झूठ बोलने के बारे में किए परीक्षणों से ये रिज़ल्ट सामने आया है कि जिन लोगों ने कम झूठ बोला उन्हें कम तनाव का सामना करना पड़ा। जिससे उनके स्वास्थ्य और सम्बंधों में बहुत सुधार देखा गया।

अगर आप किसी को रोज़ ही झूठ बोलते हैं, तो उससे सच कहने की आदत डालिए और देखिए कि आपको कितना सुकून मिलता है।

4. बाहर घूमें

बैठकर काम करने वाले जब अपनी लंच ब्रेक में 30 मिनट के लिए बाहर घूमने जाते हैं तो जॉब पर वापस लौटने के बाद उनको कम टेंशन होती है और वो ज़्यादा अच्छा महसूस करते हैं। भले वो धीरे धीरे ही टहलते हों।

प्रकृति के पास टहलने से, हरे भरे पेड़ पौधे देखने से और फूलों की ख़ुशबू लेने से मूड में बहुत पॉज़ीटिव बदलाव आता है। इसलिए जब आप पर काम का बोझ बढ़ जाए तो आप हरे भरे पेड़ों के पास समय बिताने का प्रयास करें। इससे आपको मन शान्ति मिलेगी और मूड फ़्रेश हो जाएगा।

5. हँसना

जब आप स्वयं की चिंता छोड़ देंगे तो आप ज़्यादा ख़ुश रहेंगे। हँसना न केवल तनाव और एंग्ज़ाइटी से कम करता है, बल्कि शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ाता है। हँसने से आपमें तनाव पैदा करने वाले हार्मोंस का स्राव कम होता है। इसलिए आप एक कॉमेडी सीरियल रोज़ देखें।

6. आमने सामने बात करना

फ़ेसबुक पर फ़्रेंड बढ़ाने की बजाय आप अपने आस पड़ोस के लोग से दोस्ती करें, इससे आप अपने जीवन को प्रबंधित कर पायेंगे। इससे कोई फ़र्क़ नहीं पड़ता है कि कितनी माँगें, कितनी उम्मीदें और कितनी ग़लतियों का डर आप पर हावी हो जाता है।

talk face to face

7. पालतू जानवर से दोस्ती

कई स्टडीज़ से सामने आ चुका है कि आदमी और जानवरों का आपसी सम्बंध तनाव के स्तर को घटाने में कारगर साबित होता है।

8. अंदर का कलाकार निकालें

चित्रकारी, लेखन, पेंटिंग और दूसरे तरह की क्रिएटिव एक्टिविटी तनाव को कम कर देती हैं। इन कामों में ध्यान लगाने से आप दिमाग़ के अंदर स्ट्रेस और एंग्ज़ाइटी पैदा करने वाली चीज़ों से दूर रहते हैं और आपको मुश्किल जीवन में मन की शांति मिलने के साथ साथ आनंद की अनुभूति होती है।

9. क्षमा करना

दूसरों की प्रति बैर और घृणा की भावना टेंशन पैदा करती है, क्योंकि आप बार बार स्वयं को विक्टिम समझते हैं। जिस व्यक्ति ने आपके साथ ग़लत किया है, आप उसे क्षमा कर दें; ऐसा करके आपको मन की शांति मिलती है। अगर आप जिससे नाराज़ है और उस व्यक्ति की तरफ़ देखना भी पसंद नहीं करते हैं, तो इस स्थिति में एक पत्र में अपनी फ़ीलिंग और अपने बुरे अनुभव को लिखिए। अपनी स्ट्रेस कम करने के लिए इस चिट्ठी को किसी को भेजना नहीं है।

10. चाय बनायें

यह काम करना तो बहुत आसान है। अपनी चाय ख़ुद बनायें और रोज़ पिएँ, इससे आपको तनाव कम करने और रिलैक्स फ़ील करने में आसानी होगी।

11. डिस्कनेक्ट

अपनी ईमेल से चिपके रहना, सोशल मीडिया अपडेट देखना और मैसेज करना, आज तनाव का सबसे बड़ा कारण बनता जा रहा है। जल्दी जल्दी और लगातार कम्यूनिकेशन करते रहने से निरसता आती है। इसलिए अपने टेक गैजेट से थोड़ा ब्रेक लेने की भी ज़रूरत है। इससे भी आपको मन की शांति मिलेगी और आपका मूड अच्छा हो जाएगा।

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12. नशा

शायद आप सोचते हों कि नशा हर ग़म की दवा है और आपका तनाव कम करने में सहायक है। लेकिन स्टडीज़ बताती हैं, ये सब आपके लिए स्ट्रेस का एक लूप तैयार कर देते हैं। आप जिसमें फंसकर रह जाते हैं।

इसलिए अपने इमोशन पर पूरी तरह काम करने की ज़रूरत है। यानि उनकी व्याख्या करें, उन्हें छाँटिए और उनके बिना जीने का प्रयास करें ताकि आपको नशा और मादक चीज़ों की ओर न झुकना पड़े।

13. किसी को गले लगायें

गले लगना या किसी के द्वारा गले लगाये जाने के बाद आपका तनाव कम हो जाता है। कुछ स्टडीज़ से ये सामने आया है कि आप बीमार भी नहीं पड़ते हैं। इसलिए आज शाम से किसी को अपनी बाँहों में भरकर इसका लाभ लेना प्रारम्भ करें।

14. अपने विश्वास को चैलेंज करें

चूँकि हम ख़ुद को दिन भर कुछ न कुछ बताते ही रहते हैं, इसलिए हमारा स्ट्रेस लेवल बढ़ता जाता है। विशेषकर जब हम ये सोचते हैं कि इसको ऐसा दिखना चाहिए, ऐसा महसूस करना चाहिए और ऐसा बर्ताब करना चाहिए। जैसे- अगर मैं परफ़ेक्ट नहीं हूँ तो लाइफ़ में फ़ेल हूँ, अगर इस टेस्ट में पास नहीं हुआ तो कभी ग्रैजुएट नहीं हो पाऊँगा या फिर अगर उसने मुझे रिजेक्ट कर दिया तो मैं एक बुरा या बदसूरत व्यक्ति हूँ आदि।

ये काले और सफेद विश्वास हमारी एंग्ज़ाइटी को बढ़ते हैं और हमें उनसे चिपकाकर रखते हैं। हमें अपनी वास्तविक क्षमता को पहचानने भी नहीं देते हैं।

इसलिए स्वयं के बारे में अपने रिजिड स्टैंडर्ड्स और कोर बिलीफ़्स पर ध्यान दें। यह पता करने का प्रयास करें कि कौन सा आपको पीछे ले जाता है और आपके अंदर डर और एंग्ज़ाइटी पैदा करता है। फिर उन्हें ख़त्म करने विकल्प पर विचार करें, ताकि आप कभी भी इमोशनल रूप से कमज़ोर न पड़ें और आपको मन की शांति मिल सके।

जैसे कि प्यार में रिजेक्ट होने के बाद स्वयं को मारने के बारे में न सोचें। इस बात को समझें कि किसी के सिर्फ़ ‘न’ बोलने पर मरना विकल्प नहीं हो सकता है और अगर वो ‘हाँ’ बोलता तो क्या तो आपके साथ हमेशा रह सकता था?

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