प्यार में धोखा खाने के बाद खुद को संभालने का मंत्र

अक्सर प्यार में धोखा मिलने पर दिल में दुख के बादल छा जाते हैं। दुनिया की हर ख़ुशी और हर रिश्ते से हम ख़ुद को जुदा कर लेते हैं। हर वक़्त बस दिल में धोखा खाने से दिलो-दिमाग़ परेशान रहता है। न रातों को नींद आती है, न किसी काम को करने मन लगता है। हर पल बस एक सवाल ज़हन में गूँजता रहता है कि क्यों उसने मेरे साथ ऐसा किया? क्या ग़लती थी मेरी? जाने से पहली एक बार मेरी ग़लती तो बता देता! तो शायद मैं अपनी ग़लती सुधार कर उसे पा सकता। लेकिन उसकी लबों की ख़ुशी तो मुझे अंदर ही अंदर तोड़ रही है।

प्यार में धोखा खाने वाला

मैं चाह करके भी उसकी यादों से ख़ुद को आज़ाद नहीं कर पा रहा हूँ। शायद इसलिए क्योंकि मैने उसे सच्चा प्यार किया और उसने मेरे साथ सिर्फ़ खिलवाड़ किया। उसके बिन कुछ कहे दूर चले जाने से मेरा हर सपना टूट गया। शायद मेरे प्यार में ही कोई कमी थी जिस वजह से वो मुझे छोड़ गयी।

प्यार में धोखा खाने के बाद क्या…?

आज भी जब मेरे दिन की शुरुआत होती है तो रह रह कर उसका मुझे प्यार से उठाना उसके साथ चाय पीना बहुत याद आता है। आज जब मैं अकेले उसकी यादों में डूबी होकर चाय पीने की कोशिश कर रहा था कि तभी मेरे पड़ोस में रहने को आये नई पड़ोसन मुझसे मिलने आया। और कहने लगी कि मैं अभी कल ही आपके पड़ोस वाले घर में शिफ़्ट हुई हूँ, अकेला बोरियत हो रही थी तो क्या मैं आपके घर चाय पी सकता हूँ। क्योंकि मुझे अकेले चाय पीना पसंद नहीं इसलिए उसे मजबूरी में हाँ कहनी पड़ी। मेरे साथ चाय पीते पीते उसने मुझसे इस तरह बाते कीं जैसे वो मेरे बारे में सब कुछ जान लेगी। लेकिन वो मुझे बातों से हंसमुख और सीरत से ख़ूबसूरत लगी।

अब उसका मेरे घर आना जाना लगा ही रहता है और उससे बातें करना मुझे अच्छा लगने लगा है। उसकी सबसे अच्छी बात है कि उसका लाइफ़ की तरफ़ नज़रिया बहुत सकारात्मक है।

एक दिन वो उसने मुझसे गुमसुम रहने का कारण पूछा। गुम सुम रहने से समस्या हल नहीं होता बल्कि जीवन में हमेशा अच्छा सोचना चाहिए और मुस्कुराना चाहिए। क्योंकि हर मुस्कुराहट और सकारात्मक सोच आपको नया दृष्टिकोण ही नहीं देती बल्कि तनाव मुक्त होकर जीवन जीने की कला सिखाती है।

उस दिन इतना कहकर वो चली गई । मैंने उसकी बातों के बारे में बहुत सोचा और अगली मुलाक़ात में अपने टूटे दिल की सारी बात उसको बता दी। मेरे प्यार में धोखा खाने की पूरी बात सुनकर उसने सिर्फ़ इतना कहा कि किसी के आने या जाने से ज़िंदगी नहीं रुकती है और न किसी धोखेबाज़ को याद करके अपनी ज़िंदगी को बर्बाद करनी चाहिए। जीने का सही तरीक़ा ये है कि बीती बातों को भुलाकर आगे बढ़ते रहना चाहिए। किसी की यादों को अपने पैरों की बेड़ियाँ बनाने की ज़रूरत नहीं है। हर क़दम एक सकारात्मक सोच आपके जीवन को पूरी तरह बदल देगा। आपकी ज़िंदगी पहले से भी अधिक ख़ूबसूरत नज़र आने लगेगी। ग़मों का धुँधलका सकारात्मक सोच सूरज से छँट जाएगा। उसने बताया कि उसे प्यार में कभी धोखा मिला था और उसने सब कुछ भुलाकर ज़िंदगी को नए ढंग से जीने कोशिश की और आज उसकी सकारात्मक सोच से उसकी ज़िंदगी ख़ुशनुमा हो गयी है। इसलिए मुझे भी जीवन में सकारात्मकता का अनुसरण करना चाहिए और ख़ुश रहना चाहिए।

अगर आपने भी प्यार में धोखा खाया है और उससे निकलना मुश्किल लग रहा है तो सकारात्मक रहने की कोशिश कीजिए और मोटिवेशनल चीज़ों से जुड़िए। इससे ज़िंदगी में नई ख़ुशियाँ आएंगी और आप लाइफ़ के हर पल को जी सकेंगे। ज़िंदगी तभी ख़ूबसूरत होती है जब आपकी सोच ख़ूबसूरत होती है।

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