थायरॉइड रोग क्या है? इसके लक्षण और घरेलू उपचार

थायरॉइड रोग एक गंभीर समस्या है जिससे आजकल लोग सबसे ज़्यादा परेशान हैं। इसलिए ज़रूरी हैं कि लोग थायरॉइड के बारे में अधिक से अधिक जानें, ताकि वो इस रोग के लक्षणों के बारे में सही समय पर जान सकें। और किसी अच्छे डॉक्टर से अपना उपचार कराकर इस रोग से बच सकें, ताकि उन्हें एक अच्छा और स्वस्थ जीवन मिल सके।

थायरॉइड रोग क्या है?

थाइराइड गर्दन के सामने और स्वर तंत्र के दोनों ओर एक तिल्ली के आकार की एक ग्रंथि होती है। थायरॉइड दो प्रकार की होती है –

  1. हाइपरथायरॉइडिज़्म
  2. हाइपोथायरॉइडिज़्म

थायरॉइड रोग के लक्षण और घरेलू उपचार

थाडराइड रोग के लक्षण

थायरॉइड रोग की समस्या से ग्रसित व्यक्ति का वज़न अचानक तेज़ी से बढ़ता और घटता है, शारीरिक थकान का महसूस होती है, बालों का झड़ने लगते हैं, कब्ज़ की शिकायत रह्ती है, तनाव महसूस होता है, त्वचा का रुखी हो जाती है, माँसपेशियों व जोड़ों में दर्द की समस्याएँ बनी रहती है। सही समय पर इन प्रॉब्लम्स से निजात पाना बेहद ज़रूरी हैं ताकि आप इस रोग से मुक्त होकर एक स्वस्थ जीवन जी सकें।

थायरॉइड रोग की समस्या से छुटकारा पाने के घरेलू नुस्खे

1. अदरक का सेवन

अदरक एक ऐसा तत्व हैं जिसमें पोटैशियम तथा मैग्नीशियम नामक तत्व पाएँ जाते हैं। इसमें मौजूद तत्व एँटी-इंफ़्लेमेटरी थायरॉइड की वृद्धि को रोककर, उसकी कार्यप्रणाली में सुधार करते हैं और थायरॉइड रोग को दूर करते हैं।

2. दूध और दही का सेवन

थायरॉइड रोग से ग्रसित लोगों को दूध और दही का सेवन अधिक से अधिक करना चाहिए, क्योंकि दूध और दही में मौजूद कैल्शियम, मिनरल्स और विटामिन्स थायरॉइड से ग्रसित लोगों को स्वस्थ बनाए रखने का काम करते हैं।

3. मुलेठी का सेवन

थायरॉइड रोग होने पर रोगी को थकान बहुत जल्द लगने लगती है और वे जल्दी थक जाते हैं। ऐसे रोगी के लिए मुलेठी का सेवन बेहद लाभप्रद है। मुलेठी एक ऐसा गुणकारी तत्व है जिसमें मौजूद तत्व थायरॉइड ग्रंथि को संतुलित कर शारीरिक थकान को ऊर्जा में बदल देते हैं। इसके साथ साथ मुलेठी में मौजूद तत्व थायरॉइड में कैंसर की वृद्धि को भी रोकते हैं।

4. साबुत अनाज का अधिक सेवन

साबुत अनाज में फ़ाइबर, प्रोटीन, मिनरल्स तथा विटामिन्स आदि भरपूर मात्रा में होते हैं। जो थायरॉइड की वृद्धि को रोक कर रोगी को लाभ प्रदान करते हैं।

5. फल और सब्ज़ियों का सेवन

थायरॉइड के रोगी को तली भुनी तथा मसालों वाली चीज़ों के सेवन से बचना चाहिए। भोजन में इन सबकी जगह अधिक से अधिक फल और सब्ज़ियाँ खानी चाहिए। फल और सब्ज़ियों में मौजूद तत्व एंटीआक्सिडेंट्स थायरॉइड को बढ़ने नहीं देते हैं। इसलिए अधिक से अधिक अंकुरित चीज़ें तथा सलाद का सेवन करें और फलों का रस पिएँ।

6. आयोडीन का सेवन

आयोडीन में मौजूद पोषक तत्व शरीर को एनर्जी प्रदान करते हैं और थायरॉइड की समस्या को दूर करने में बेहद लाभप्रद हैं।

थायरॉइड रोग एक गंभीर समस्या है। जिसकी सही जानकारी होना और सही समय पर इलाज होना बेहद ज़रूरी है। इसलिए थायरॉइड के लक्षण अनुभव होने पर इन्हें क़तई नज़रअंदाज न करें। तुरन्त चिकित्सक से जांच करवाएँ और अपने खान पान पर विशेष ध्यान दें।

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