नारी अपना सम्मान करे तो सब उसका सम्मान करेंगे

ख़ुद का करें सम्मान ताकि दुनिया करे झुककर आपको सलाम, ख़ुद को जाने अपनी क़ीमत पहचानेंं। क्या आपने अपनी कभी क़ीमत जानी है? अगर नहीं, तो अब जानिए आप कितनी क़ीमती है। हम लड़कियों को बचपन से ही यह सिखाया जाता है कि हमें सदैव दूसरों का ख़याल रखना चाहिए। हमें सदैव दूसरों के लिए जीना चाहिए। दूसरों को प्राथमिकता देना यह गुण हमेंं हमारें परिवार से और समाज से विरासत में मिल जाता है। इन सबके बीच हम ख़ुद को भूल जाते हैं। लेकिन यह बहुत ज़रूरी है कि हम ख़ुद को पहचानें, ख़ुद की क़ीमत जानें, ताकि हम ख़ुद के साथ न्याय कर सकें। अपने मान और आत्मसम्मान की रक्षा कर सकें। क्योंकि आप ख़ुद को जितना सम्मान देंगी, दुनिया झुककर आपको सलाम करेगी।
Be a confident woman

हालाँकि अपनी क़ीमत को समझ पाना इतना आसान नहीं है, क्योंकि कभी कभी पूरी उम्र निकल जाती है और हम ख़ुद को समझ भी नहीं पाते हैं। अपने अधिकारों की बात न करना, जो मिल जाए वही ठीक है, अधिक योग्य होते हुए भी कुछ कम में काम चला लेना, जो प्यार आपका नहीं उसके पीछे भागते रहना, सही होते हुए भी अपनी बात रखने से घबराना, साथी सही हो या गलत उसके विचारों से हर बार सहमत होना, ये सारी बातें इस ओर इशारा कर रही हैं कि आप अब भी अपनी क़ीमत नहीं जानती हैं।

कुछ महिलाएँ सफल होने के बावजूद अपनी क़ीमत नहीं पहचान पातीं। वे पूरी उम्र एक ऐसे रिश्ते में बंधकर रहती हैं, जिसमे वे ख़ुद भी ख़ुश नहीं होतीं, क्योंकि वे रिश्ते तोड़ने में यक़ीन नहीं रखती हैं। वे ख़ुद भी उस रिश्ते से ख़ुश न हो, फिर भी एक औपचारिकता निभाकर चलती रहती हैं, ऐसा क्यों होता है? क्योंकि वे अपनी शख़्सियत की पहचान परिवार से अलग करके नहीं देख पाती हैं।

ख़ुद को जानें, अपनी क़ीमत पहचानें

Women! First Respect Yourselves – Hindi Article

यहाँ ऐसे ही कुछ सवाल दिए गए हैं, जिनके जवाब में आपकों अपनी ख़ुद की पहचान नज़र आएगी।

ये सवाल हैं –

1/ क्या आप जिसके लायक हैं उससे कम में समझौता कर लेती हैं?
2/ क्या आप उस प्यार या रिश्ते के पीछे भागने में विश्वास रखती हैं, जो आपका नहीं है?
3/ क्या आप अक्सर ऐसे लोगों को प्राथमिकता बना लेती हैं, जिनके लिए आप एक विकल्प भर हैं?
4/ क्या आप हमेशा दूसरों से ख़ुद को कम आँकती हैं?
5/ क्या आप हमेशा अपने साथी की इच्छानुसार चलना पसंद करती हैं, कभी अपनी इच्छा के अनुसार चलना पसंद नहीं करती हैं?
6/ क्या आप अपने अंदर प्यार ढूँढ़ने के बजाय अपने साथी से प्यार और तारीफ़ की उम्मीद करती हैं?
7/ क्या आप अपने साथी के बुरे बरताव के बावजूद उसे ही हमेशा सही कहती हैं?
8/ क्या आप अपने जीवन साथी की सोच के अनुसार कार्य करती हैं?
9/ क्या आप अपनी ज़िन्दगी को कैसे जीना है ये भूलकर अपने साथी की इच्छा के अनुसार जीना पसंद करती हैं?

अगर आप इन सारे सवालों का जवाब हाँ में दे रही है, तो इसका अर्थ यह है कि आप अपने ऊपर यक़ीन नहीं कर पा रही हैं। आपका विश्वास कहीं न कहीं टूटने लगा है। अपने विश्वास को टूटने न दें। ज़रूरत है बस एक उम्दा सोच की। अपने अंदर ख़ुद में आत्मविश्वास जताने की।

ऊँचा सोचें, अपना सम्मान करें। ख़ुद की शक्ति को पहचानें। ख़ुद को मजबूत बनायें और किसी को भी अपना फ़ायदा न उठाने दें। जब आप अपने बारे में सकारात्मक सोच रखेंगी, तो दूसरों की सोच स्वतः ही बदल जाएगी, अब ज़रूरत कि आप अपनी क़ीमत पहचानें।

उम्मीद है इस लेख को पढ़कर आप अपने अंदर सकारात्मक बदलाव लाने का प्रयास करेंगी। यह लेख आपके अंदर आत्मविश्वास की जोत जलाने में मदद करेगा। इस विषय में आप अपनी राय अवश्य रखें, ताकि आप अन्य महिलाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत बन सकें।

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