चमेली (Jasmine) सफेद रंग का ख़ुशबूदार फूल है जिसका सबसे ज़्यादा उपयोग लोग सजावट के लिए करते हैं। इसके अतिरिक्त चमेली का प्रयोग औषधीय उपचार के लिए भी किया जाता है। चमेली के फूल, पत्ते तथा जड़ तीनों ही औषधीय रूप में उपयोग किये जाते हैं। चमेली के फूलों से तेल और इत्र का निर्माण होता है। चमेली स्वाद में कड़वा, कसैला, पचने में आसान, तासीर में गर्म और पित्त एवं कफ को दूर करने वाला है। तो आइए चमेली के फायदे और नुकसान जानते हैं…
चमेली के पत्तों के फायदे
1. दाद रोग
दाद रोग में चमेली के पत्तों को पीसकर लेप लगाएँ। इससे दाद रोग का निवारण होता है।
2. मूत्र रोग
थोड़े से चमेली के पत्तों को बारीक़ पीसकर रस निकालकर रख लीजिए। कुछ दिनों तक इस रस का सेवन करने से मूत्र रोग में फ़ायदा मिलता है।
3. मुंह के छाले
कुछ दिनों तक चमेली के पत्तों को मुंह में रखकर पान की तरह चबाएँ। इससे मुंह के छाले दूर हो जाते हैं।
4. फटी हुई एड़ियां
चमेली के पत्ते पीसकर ताज़ा रस निकाल लें। इस रस को फटी हुई एड़ियों पर लगाएँ। इससे बिवाई या फटी हुई एड़ियाँ ठीक हो जाती है।
5. दांत का दर्द
चमेली के पत्तों को पानी में उबालकर काढ़ा बना लें। फिर इस काढ़ा से कई बार गरारा करें। इससे मसूढ़ों के दर्द में लाभ मिलता है।
6. पेट के कीड़े
चमेली के 10 ग्राम पत्तों को पीसकर रस निकाल लें। फिर इस रस का सेवन करें। इससे पेट के कीड़े नष्ट हो जाते हैं।
7. उल्टी या वमन
उल्टी आने पर 10 ग्राम सफेद चमेली के पत्तों के रस को 2 ग्राम काली मिर्च पाउडर के साथ मिला कर सेवन करें। इससे उल्टी आनी बंद हो जाती हैं।
चमेली के फूल के फायदे
8. थकान
चमेली के फूलों की डंडी और मिश्री को बराबर मात्रा में मिला कर पेस्ट बनाकर, इस पेस्ट को आँखों पर लगाएँ। इससे थकान दूर हो जाती है।
9. डिप्रेशन / मानसिक तनाव
सोते समय थोड़े से चमेली के फूल को अपने तकिए के पास रखें, क्योंकि इसकी खुशबू डिप्रेशन या मानसिक तनाव को कम करने में सहायक है।
10. नाक की फुंसियां
चमेली के फूल सूंघने से नाक के अन्दर की फुंसियां ठीक हो जाती हैं।
11. चेहरे की चमक
चमेली के 30 फूलों को पीसकर लेप बना लें। फिर इस लेप को चेहरे पर लगाएँ। इससे चेहरे की चमक बढ़ती है और चेहरे पर निखार आता है।
चमेली की जड़ के फायदे
12. कुष्ठ रोग
चमेली की जड़ का काढ़ा बनाकर सेवन करे। इस से कुष्ठ रोग में ख़त्म होता है।
चमेली के तेल के फायदे
13. सिर दर्द
सिर में दर्द होने पर चमेली के तेल को माथे पर लगाकर थोड़ी मालिश करें। इससे सिर दर्द दूर हो जाता है।
14. योनि की खुजली
चमेली के तेल में थोड़ा कपूर मिलाकर योनि पर लगाएँ। इससे योनि की खुजली दूर हो जाती है।
चमेली के नुकसान
– चमेली का ज़रूरत से ज़्यादा मात्रा में उपयोग सिर दर्द का कारण बन सकता है।
– गर्भवती एवं दूध पिलाने वाली महिलाओं को चमेली का बहुत कम मात्रा में ही इस्तेमाल करना चाहिए।
ध्यान रहे
चमेली का किसी भी रूप में सेवन करने से पहले किसी अच्छे डॉक्टर से सलाह ज़रूर ले लीजिए।