बढ़ती उम्र के साथ जोड़ों का दर्द अक्सर परेशान करने लगता है। आमतौर पर सबसे ज़्यादा घुटना व कमर को यह दर्द पकड़ता है। धीरे-धीरे जहां भी हड्डियों का जोड़ है वहां दर्द शुरू हो जाता है। गर्दन का दर्द भी जोड़ों का ही दर्द है। यह किसी भी उम्र के व्यक्ति को हो सकता है। एक बार यदि हो गया तो गर्दन हमेशा सीधी ही रहती है, न दाएं झुकेगी न बाएं। एलोपैथिक चिकित्सा पद्धति में इसका कारगर इलाज नहीं है। जब तक दवा खाएंगे, तब तक दर्द कम रहेगा, दवा छोड़ते ही फिर पहले जैसा हो जाएगा और दवा का दुष्प्रभाव जो होगा व अलग से। लेकिन कुछ घरेलू नुस्खे हैं जो न सिर्फ़ जोड़ों के दर्द से आपको निजात दिलाएंगे बल्कि इनका कोई दुष्प्रभाव भी नहीं होगा। आज हम ऐसे ही कुछ घरेलू उपाय के बारे में चर्चा करने जा रहे हैं।
जोड़ों के दर्द का घरेलू उपाय
– भमुने व महुए का 15-15 ग्राम तेल पंसारी के यहां ले आएं और इन्हें मिलाकर किसी शीशी में रख लें। जहां भी जोड़ों में दर्द है वहां इस तेल से मालिश कर थोड़ी देर धूप में बैठें। यदि धूप नहीं है तो आग से उस अंग को सेंक लें। कुछ ही दिन में दर्द छू-मंतर हो जाएगा। पुराने जोड़ों के दर्द में भी यह रामबाण इलाज है।
– अजवायन का तेल 10 ग्राम, पिरामेंट 10 ग्राम व कपूर 20 ग्राम को मिलाकर किसी शीशी में रख दें। थोड़ी देर बाद ये आपस में मिल जाएंगे। मिलाने के 7-8 घंटे बाद इससे जोड़ों की मालिश करनी चाहिए। कुछ दिन नियमित मालिश करने से जोड़ों का दर्द चला जाता है। अजवायन में दर्द निवारक गुण मौजूद होते हैं। यह गैस को भी ख़त्म करती है और भूख को भी बढ़ाती है।
– ढाक का बीज लाएं और उसे मधु में मिलाकर जोड़ों के दर्द पर लगाने से दर्द चला जाता है।
जोड़ों के दर्द का उपचार
– डेढ़ सौ ग्राम दूध व डेढ़ सौ ग्राम पानी मिलाकर उसमें लहसुन की 10 कलियां छीलकर डाल दें और तब तक पकाएं जब वह आधा हो जाए। पके हुए लहसुन को निकालकर इस पके हुए दूध के साथ सेवन करें। लाभ होगा।
– रात को सोते समय हल्के गर्म दूध में थोड़ी हल्दी मिलाकर पीने से भी जोड़ों के दर्द में आराम मिलता है।
– भोजन में दालचीनी, हल्दी, जीरा व अदरक का प्रयोग करने से घुटने फ़्लेक्सिबल बने रहते हैं।
– रात को सोते समय काले चने भिगो दें, सुबह उसे खाने से घुटनों का दर्द चला जाता है। यह प्रयोग नियमित 20-25 दिन करना चाहिए।