दही हमारे शरीर व मस्तिष्क को ताकत देने के साथ ही अनेक प्रकार की बीमारियों की रोकथाम भी करता है। नियमित दही सेवन से रक्त साफ़ होता है और दिमाग शांत होता है, भूख लगती है। यह शरीर को स्वस्थ रखने में सहायक है। इसमें कैंसर जैसी बीमारियों से लड़ने की अद्भुत क्षमता है। गर्मियों में इसका नियमित सेवन फोड़े-फुंसियों से मुक्ति दिला देता है। आज दही के लाभ के बारे में आपको बताने जा रहा हूं।
दही सेवन के अदभुत लाभ
अजीर्ण
अधिक भोजन करने से अजीर्ण की समस्या हो गई है तो समान मात्रा में सेंधा नमक, काली मिर्च व भुना जीरा मिलाकर पीस लें और उसे दही में मिलाकर खा लें। आराम मिलेगा। भोजन के बाद इस चूर्ण को केवल पानी में डालकर पीने से भी लाभ होता है, लेकिन इसे तब तक लें जब तक अजीर्ण से मुक्ति न मिल जाए।
गर्मी लगने पर
गर्मी के समय में तेज धूप में आना-जाना मजबूरी होती है। कई बार लू लग जाती है और पेट खराब हो जाता है। गर्मी से भी तबीयत खराब हो जाती है। ऐसे में दही व जौ का सत्तू मिलाकर लेने से फायदा होता है। जल्दीबाजी में गर्म चीज पीने या खाने से मुंह जल जाता है, ऐसी स्थिति में तुरंत दही में पानी मिलाकर कुल्ला करने से तत्काल आराम मिलता है। गर्मी के कारण मुंह में छाले पड़ गए हों तो समान मात्रा में ताजा दही व मधु मिलाकर चाटने से आराम मिलता है।
त्वचा का रूखापन
शरीर पर दही का लेप लगाने से त्वचा का रूखापन दूर होता है तथा त्वचा कोमल व मुलायम होती है। दही में नींबू का रस मिलाकर चेहरे, कोहनी, गर्दन, एड़ी व हाथों पर लगाने शरीर निखर जाता है। लस्सी में मधु मिलाकर पीने से शरीर की सुंदरता बढ़ती है।
अन्य प्रयोग
– समान मात्रा में दही व सरसो का तेल मिलाकर लगाने से गर्मियों में होने वाले फोड़े-फुंसियों से छुटकारा मिलता है। इसे दिन में तीन बार लगाना चाहिए।
– दही सेवन से उच्च रक्तचाप व कोलेस्ट्रॉल नियंत्रित रहता है।
– इसके नियमित सेवन से दिल की धड़कन सही रहती है।
– जोड़ों के दर्द में हींग का छौंक लगाकर दही खाने से लाभ होता है।
सावधानी
– रात को दही सेवन न करें।
– फ्रीज में रखा हुआ दही न खाएं।
– पीतल, तांबा या एल्युमिनियम के बर्तन में रखे दही का सेवन न करें, यह विषाक्त हो जाता है।
– इसे मिट्टी के बर्तन में जमाना और रखना ही उत्तम है।
– बुखार, खांसी या जुकाम होने पर दही का सेवन नहीं करना चाहिए।