बाज़ार से शैम्पू ख़रीदकर लगाना बालों को झड़ने व पकने को न्यौता देना है। क्योंकि बाज़ार में मिलने वाले अधिकांश शैम्पू केमिकल युक्त होते हैं। लंबे समय तक इनके प्रयोग से बाल टूटने लगते हैं या झड़ने लगते हैं। यदि घरेलू शैम्पू बना लें और नियमित इसे लगाएं तो न सिर्फ़ बाल साफ़ होंगे बल्कि इनकी सुरक्षा भी होगी। शुद्ध देशी चीज़ या यूं कहें कि हर्बल शैम्पू आप अपने घर पर बनाकर इस्तेमाल कर सकते हैं और आपके देश का पैसा आपके देश में रह जाएगा।

बाज़ार से शैम्पू ख़रीदकर एक तो अपने देश का पैसा आप विदेशों में भेजते हैं और दूसरे अपने बालों को नुक़सान पहुंचाते हैं। अनेक विदेशी कंपनियों ने अपने उत्पाद बाज़ार में उतारे हैं और हमने इनका भरपूर इस्तेमाल भी किया है और नुक़सान भी उठाया है। दोतरफ़ा नुक़सान। एक तो स्वास्थ्य का दूसरे पैसों का। यदि देशी शैम्पू घर में बना लिया जाए तो एक तो यह बाज़ार में मिलने वाले शैम्पू से बहुत सस्ता पड़ेगा और पूरी तरह शुद्ध भी होगा, साथ ही बालों को कोई नुक़सान नहीं पहुंचाएगा।
हर्बल शैम्पू बनाने की विधि
सूखा आंवला, रीठा, शिकाकाई, मेथी का दाना व एलोवेरा का गूदा सभी 50-50 ग्राम ले लें। सभी को मिलाकर रात को सोते समय पानी में भिगो दें। सुबह पंद्रह मिनट उबाल लें और जब ठंडा हो जाए तो छानकर पानी में एक नींबू का रस डालकर अच्छी तरह मिला लें और किसी बोतल में भरकर रख लें। जब भी नहाने जाएं तो इस शैम्पू से बाल धुल सकते हैं। इससे झाग तो नहीं निकलेगा लेकिन यह आपके बालों के लिए बहुत ही स्वास्थ्यवर्धक शैम्पू है, यह बालों की गंदगी को साफ़ करेगा और किसी तरह का उन्हें नुक़सान भी नहीं होने देगा।

घरेलू शैम्पू बनाने की विधि
यह दूसरी विधि रुखे व बेजान बालों के लिए काफ़ी लाभप्रद है, दोमुंहे बालों में भी यह लाभकारी है। बेकिंग सोडा, रीठा चूर्ण व सूखी नीम की पत्तियों का एक-एक चम्मच चूर्ण लेकर एक कप पानी में घोल लें। इसे किसी शीशी में भरकर रख लें। नहाने के समय इसे बालों पर लगाने से रूसी चली जाती है और बाल चमकने लगते हैं। यदि इसे लगाकर नहाने के बाद गुड़हल के दो-तीन फूलों को मसलकर बालों पर लगा लें और थोड़ी देर बाद धुल लें तो यह कंडीशनर का कार्य करेगा।
बालों की रूसी की दवा
रूसी बालों के झड़ने का एक प्रमुख कारण है। यदि आपके बालों में रूसी है तो भृंगराज या आंवले का तेल बालों की जड़ों में रोज रात को सोते समय गहराई से मलना चाहिए। इससे रूसी की समस्या समाप्त हो जाती है।