मोटापा किसी के लिए ठीक नहीं है, वह स्त्री हो या पुरुष सभी को नुकसान पहुंचाता है। गंभीर बीमारियों को जन्म देता है। लेकिन महिलाओं के लिए यह चुनौतीपूर्ण हो जाता है। बीमारियों से तो वे प्रभावित होती ही हैं, उनके सौंदर्य को भी ख़राब कर देता है। एक तो शादी होने में दिक्कत आती है, दूसरे मोटापे के लेकर महिलाएं हीन भावना से ग्रसित हो जाती हैं और इसका असर उनके मस्तिष्क व स्वास्थ्य पर पड़ता है। बच्चे होने के बाद तो उनका पूरा ध्यान बच्चों पर चला जाता है, इसलिए वे अपने बॉडी फ़िटनेस के प्रति लापरवाह हो जाती हैं और कमर की चौड़ाई बढ़ने लगती है। चिकित्सकों के अनुसार कमर यदि 34 इंच से ज़्यादा होने लगे तो तुरंत सावधान हो जाना चाहिए, क्योंकि कमर की चौड़ाई बढ़ना मोटापे की शुरुआत है।
कुछ घरेलू नुस्खों से न सिर्फ़ कमर की चौड़ाई कम की जा सकती है बल्कि उसे आकर्षक व कामनीय भी बनाने में मदद मिलती है।
मोटापे का कारण
मोटापे का मूल कारण मिर्च-मसाला, फ़ास्ट फ़ूड व अधिक कैलोरी वाले खाद्य पदार्थो का ज़्यादा सेवन तथा शारीरिक श्रम का अभाव होता है।
मोटापे से होने वाले रोग
मोटापे की वजह से कई गंभीर बीमारियाँ जन्म लेती हैं जिनमें ब्लड शुगर, ब्लड प्रेशर, लकवा, गठिया, अवसाद, हृदय से संबंधित बीमारियाँ, कोलेस्ट्रॉल का बढ़ना, हाइपर टेंशन, पित्ताशय से संबंधित रोग, किडनी, कैंसर, जोड़ों में दर्द, सोते समय सांस की समस्या, हार्निया, आंतों की समस्या आदि हैं।
मोटापा कम करने के उपाय
– फ़ास्ट फ़ूड व अधिक कैलोरी वाले खाद्य पदार्थो का सेवन बंद कर दें। जितनी कैलोरी लें, उतना दिन भर में खर्च करने की कोशिश करें, यदि कैलोरी बचती गई तो मोटापा बढ़ता जाएगा।
– मांसाहार कम करें और शाकाहार को बढ़ावा दें, शाकाहार से चर्बी नहीं बढ़ती है और धीरे-धीरे बढ़ी हुई चर्बी कम हो जाती है।
– मलाई रहित दही का सेवन अधिक करें। इसमें मौजूद कैल्शियम व प्रोटीन मोटापे को कम करता है।
– आंवले व हल्दी का चूर्ण छाछ के साथ लेने से मोटापा घट जाता है और कमर कामनीय व आकर्षक हो जाती है।
– छोटी पीपल का तीन ग्राम चूर्ण प्रतिदिन सुबह छाछ के साथ लेने से कमर पतली हो जाती है और पेट घट जाता है।
– मोटापा कम करने के लिए मालती की जड़ को पीस लें और मधु में मिलाकर उसे छाछ के साथ लें। प्रसव के बाद बढ़ने वाले मोटापे की यह कारगर औषधि है, यह मोटापे को तो दूर करती ही है, कमर को पतली व सुंदर बना देती है।
– पपीता का नियमित सेवन करने से भी कमर पतली होती है। पपीता अतिरिक्त चर्बी को कम कर देता है। इसलिए जब पपीता का मौसम आए तो इसका नियमित सेवन करना चाहिए।