नवजात को स्तनपान कराने की विधि

घर में नए मेहमान की ख़ुशी बड़ी ज़िम्मेदारियाँ भी लाती है। ऐसे में आवश्यक हो जाता है कि आप अपने इस नए मेहमान की सेहत का पूरा ध्यान रखें। ताकि आपके आँगन में किलकारियाँ गूँजती रहें और आपके दामन में ख़ुशियों का अम्बार लगा रहे। नवजात की अच्छी सेहत के लिए ज़रूरी है कि आप कुछ बेसिक बातों का ध्यान रखें और डाक्टरी परामर्श के अनुसार ही चलें।

नवजात को स्तनपान कराना

  1. नवजात की बेहतर सेहत के लिए 6 महीने तक उसे केवल माँ का दूध ही पिलायें।
  2. जब नवजात को दवा खिलाने की ज़रूरत हो तो पानी के बजाय माँ के दूध से ही खिलायें। एक वर्ष की आयु तक उसे गाय या भैंस का दूध बिल्कुल न पिलायें।
  3. माँ को दूध कम हो रहा तो रात के समय नवजात को दो से तीन बार अवश्य स्तनपान करायें। इससे नवजात की सेहत अच्छी रहेगी और माँ को दूध भी अधिक होगा।
  4. प्रसव के बाद रात के समय महिलाओं में प्रो लैक्टिन हार्मोन ज़्यादा बनता है। जिससे स्तनपान कराने से दूध भी ज़्यादा बनता है। लिहाजा जिन औरतों को दूध न बनने की शिक़ायत है, उन्हें इसका विशेष ध्यान रखना चाहिए।
  5. रात के वक़्त हर तीन घंटे के अंतर पर नवजात को स्तनपान कराना चाहिए।

नवजात को स्तनपान कराती माँस्तनपान के बाद 10 मिनट तक कंधे से लगायें

अस्पताल में अक्सर महिलाएँ यह शिक़ायत लेकर आती हैं कि दूध पीने के बाद बच्चा उल्टी कर देता है। ऐसा वाक़या उन महिलाओं के साथ ही होता है, जो नवजात को स्तनपान करने के तुरंत बाद उसे को गोद से उतारकर सुला देती हैं। डॉ सलमान ने बताया कि माँ के दूध के साथ गैस भी बच्चे के पेट में चली जाती है लिहाजा बच्चे को दूध पिलाने के बाद उसे कंधे से लगाकर कम से कम 10 मिनट तक हल्के हाथों से पीठ थपथपाते रहना चाहिए। ऐसा करने पर गैस का असर ख़त्म हो जाएगा और बच्चा दूध नहीं पलटेगा।

भ्रम । Myth

माँ के भोजन का नवजात पर काफ़ी असर पड़ता है। लिहाजा खान पान में काफ़ी सतर्कता बरतनी चाहिए।

वास्तविकता । Fact

ऐसा नहीं है। प्रसव के बाद हालत सामान्य होने के बाद कुछ भी खाया जा सकता है। माँ को अपने साथ बच्चे का भी पोषण करना है। लिहाजा हेल्दी भोजन करें और सब कुछ खायें ताकि बच्चे के संतुलित पोषण के लिए बनने वाले दूध की क्वालिटी बेहतर रहे। डॉ सलमान ने बताया कि ऐसी महिलाएँ अगर व्रत रह सकती हैं लेकिन व्रत खोलते वक़्त उन्हें हेल्दी डाइट लेनी चाहिए।

दूध कम बने तो इसे आजमायें

डॉ सलमान ने बताया कि प्रसव के बाद जिन महिलाओं को दूध कम बनने की शिक़ायत है उन्हें पीली चीज़ें ख़ूब खानी चाहिए। उन्होंने बताया कि पपीता, संतरा, केला, गाजर, अंडे की ज़र्दी, मूँग की दाल (छिलके वाली), जीरा एक चम्मच सुबह और एक चम्मच शाम और जीरे से छौंकी हुई दाल खाने से दूध बनता है।

[button color=”green” size=”large” type=”outlined” target=”‌_blank” link=”http://lifestyletips.in/navjat-ko-pneumonia-ka-khatra/”]नवजात को निमोनिया का ख़तरा – कब और क्यों?[/button]

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *