जीरे का सबसे ज़्यादा उपयोग तड़का लगाने के लिए करते हैं, क्योंकि यह एक सुगन्धित मसाला है। जिससे भोजन को स्वादिष्ट और खुशबूदार बनता है। इसीलिए चाहे तड़के वाली दाल हो, दही बड़ा हो, पकौड़े हो या फिर चटपटी आलू चाट रेसपी हो इन सभी में जीरे का उपयोग ज़रूर किया जाता है। ताकि इन रेसपी में स्वाद और सुगन्ध का उचित तालमेल बना रहे। जीरा केवल सुगन्धित मसाला ही नहीं बल्कि एक गुणकारी औषधि भी है। जीरे के फ़ायदे – याददाश्त बढ़ाने, रूप निखारने, सेक्सुअल हेल्थ, पाचन क्रिया को ठीक रखने में सहायक है। इसके अलावा यह अनिद्रा, एनीमिया और सर्दी ज़ुकाम से भी बचाता है। बस एक बात का हमेशा ध्यान रहे कि जीरे का सेवन सेहत के लिए फ़ायदेमंद है लेकिन अधिक मात्रा में इसका सेवन सेहत को नुकसान भी पहुँचा सकता है।

जीरे के फ़ायदे और नुकसान
मोटापा घटाए
जीरे के सेवन से मोटापा तेज़ी से घटता है। इसके लिए आप एक गिलास पानी में 3 ग्राम जीरा पाउडर और 1/2 शहद मिलाकर पिएँ इससे आपको लाभ मिलेगा। इसके अलावा बेहतर परिणाम के लिए आप नियमित मात्रा में जीरे को सलाद या सूप में भी डालकर सेवन कर सकते हैं।
शुक्राणुओं की संख्या बढ़ाए
जीरे में भरपूर मात्रा में जिंक पाया जाता है जो स्पर्म की संख्या को बढ़ता है। इसीलिए एक सीमित मात्रा में खाने में जीरे का उपयोग ज़रूर करें।
सौंदर्य निखारे
जीरे में विटामिन ई और कुछ ऐसे तत्व पाए जाते हैं, जो आपकी त्वचा पर पड़ने वाले दाग-धब्बों को हल्का कर त्वचा को बेदाग बनाते हैं।
एनीमिया का इलाज
जीरा आयरन का एक अच्छा स्रोत है जो हीमोग्लोबिन के निर्माण में सहायक है। इसीलिए एनीमिया से पीड़ित रोगी को नियमित रूप से जीरे के सेवन की सलाह दी जाती है।
अनिद्रा भगाए
जीरे में पाया जाने वाला मेलाटोनिन अनिद्रा की समस्या को दूर करता है। इसीलिए जब भी केला खाएँ तो उस पर थोड़ा जीरा पाउडर छिड़क कर खाएँ। इससे अनिद्रा दूर होती है और अच्छी नींद भी आती है।
सर्दी ज़ुकाम मिटाए
जीरे में एंटी-इनफ्लैमटरी, एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-फंगल जैसे गुण मौजूद है जो शरीर को रोगों से लड़ने की शक्ति प्रदान कर इम्यूनिटी पावर को मजबूत बनाता है और आपको छोटी मोटी बीमारियों जैसे सर्दी ज़ुकाम से भी बचाता है। जीरे के फ़ायदे उठाने के लिए इसे पानी में उबालकर पीने से भी लाभ प्राप्त होता है।
पाचन क्रिया में सुधार
जीरे में मौजूद कुछ आवश्यक तत्व लार ग्रंथियों को बेहतर कर भोजन पचाने में मदद करते हैं। इसीलिए दाल में जीरे का तड़का लगाकर या सब्जी में पाउडर छिड़ककर खाए या जीरे को पानी में उबालकर दिन में तीन बार पीने से भी फ़ायदा होगा।
याददाश्त बढ़ाए
जीरे में मिनरल्स, जिक्सैनथिन, विटामिन बी6, नियासिन और राइबोफ्लेविन नामक तत्व पाए जाते हैं, जो याददाश्त को बढ़ाने में सहायक है। इसीलिए मेमरी तेज करने के लिए भुना हुआ जीरा ज़रूर चबाएं।
बवासीर का इलाज
आयुर्वेद में जीरे का उपयोग बवासीर जैसी गंभीर समस्या के उपचार के लिए किया जाता है। अगर जीरा पाउडर को पानी और शहद में मिलाकर पिए तो इससे बवासीर रोगी को लाभ मिलेगा।
जीरे के नुकसान
जीरे के फ़ायदे बहुत हैं, लेकिन इसका अधिक मात्रा में सेवन करने से कुछ नुकसान भी है…
1. गर्भवती महिला अत्यधिक जीरा का सेवन न करें क्योंकि यह गर्भपात या मिसकैरेज का कारण बन सकता है।
2. अधिक मात्रा में जीरे के सेवन से लीवर या किडनी को नुकसान पहुँच सकता है।
3. जो लोग एलर्जी रोग से परेशान हैं, वे लोग जीरा का सेवन कम मात्रा में करें क्योंकि अधिक मात्रा में जीरा का सेवन त्वचा में एलर्जी पैदा कर सकता है।
4. स्तनपान कराने वाली महिलाए जीरे के अत्यधिक मात्रा में सेवन से बचें क्योंकि अधिक मात्रा में सेवन करने से उनके शरीर में दूध का उत्पादन कम होने लगता है।
5. पीरियड्स / मासिक धर्म के दौरान जीरे के अधिक मात्रा में सेवन से हैवी ब्लीडिंग हो सकती है। इसीलिए पीरियड्स के दिनों में हैवी ब्लीडिंग से बचने के लिए जीरे का सेवन सीमित मात्रा में ही करें।