पीलिया होने की मुख्य वजह पाचन क्रिया का बिगड़ जाना है। इससे शरीर में खून बनना कम हो जाता है जिससे रोगी को खून की कमी होने लगती है। पीलिया का इलाज करने में कभी देरी नहीं करनी चाहिए। जब यह काला पीलिया का रूप ले लेती है तो जानलेवा साबित हो सकती है। इसलिए पीलिया की दवा फौरन शुरु कर देनी चाहिए।
पीलिया के प्रकार
पीलिया 3 प्रकार का होता है।
1. हेप्टाइटिस ए
2. हेप्टाइटिस बी
3. हेप्टाइटिस सी ( काला पीलिया )
पीलिया के कारण
– बाज़ार में बिकने वाली खुली चीज़ें, दूषित भोजन और फास्ट फूड खाना
– वायरल इंफ़ेक्शन
– खून की कमी
– कमज़ोर लीवर
पीलिया के लक्षण
जॉन्डिस के लक्षण को शुरुआत में पहचान पाना मुश्किल होता है। संक्रमण बढ़ने से रोगी की आँखें और नाखून पीले दिखने लगते हैं और पेशाब भी पीली होती है।
– बुखार आना
– भूख न लगना
– जी मिचलाना
– उल्टी होना
– सिर में दर्द रहना
– ज़्यादा कमज़ोरी और थकान महसूस होना
– आँखों में दर्द होना
पीलिया का इलाज – जॉन्डिस का इलाज
घर में जॉन्डिस का इलाज घरेलू और आयुर्वेदिक तरीके से उपचार शुरु कर सकते हैं। इस लेख में आगे वो नुस्खे बताए गए हैं जिनसे जल्द आराम मिल जाएगा।
1. मूली के पत्ते
मूली के हरे हरे पत्तों का जूस निकालकर पीने से आंतें साफ होती हैं। कमज़ोर लीवर को ताकत मिलती है। भूख बढ़ती है।
2. प्याज
प्याज को छोटा-छोटा काटकर उस पर नींबू निचोड़ें। इस पर पिसी हुई काली मिर्च और काला नमक डालकर सुबह शाम खाएँ। इससे जॉन्डिस की बीमारी में लाभ होता है।
3. गन्ने का जूस
पीलिया का इलाज करने में गन्ने का रस बहुत फायदेमंद है। जिसे पीने से पीलिया ठीक हो जाता है।
4. चना
रात को सोते समय चना दाल को पानी में भीगने के लिए छोड़ दें। सुबह दाल अलग करके उसमें गुड़ मिलाकर खायें। कुछ दिन इस उपाय को करने से पीलिया की बीमारी सही हो जाती है।
5. नींबू
पीलिया ग्रस्त रोगी को दिन में 3 बार 20-20ml नींबू का रस पीना चाहिए। आप शिकंजी भी पिला सकते हैं।
6. बादाम
10 बादाम, थोड़े से छोटी इलायची के दाने और 2 छुहारे रात को सोते समय पानी में भिगो दें। सुबह पानी से इन सबको छान लें और इसमें ताज़ा मक्खन और मिसरी डालकर सेवन करने से जॉन्डिस की बीमारी सही हो जाती है। इससे पेट की गर्मी दूर होती है।
7. दही और फिटकरी
250 ग्राम दही में 10 ग्राम फुलाई हुई फिटकरी मिलाकर दिन में 2 बार खाने से काला पीलिया का इलाज होता है। दही और छाछ के सेवन अधिक करें और रोटियाँ कम खाएं।
8. पीपल
पंसारी की दुकान से पीपल खरीद लें। यह एक तरह की जड़ होती है। इस जड़ के 3 नग पानी में पूरा दिन भिगोकर रखें। फूलने के बाद इसे पानी से निकाल लें। इसमें नींबू का रस, काला नमल और ज़रा सा काली मिर्च पाउडर डालकर रोज़ खाएं। हर रोज़ एक नग ज़्यादा भिगोकर खाएं। दस दिन के बाद इसका सेवन बंद कर दें।
1 सप्ताह में आपको सेहत में सुधार दिखने लगेगा। पीलिया के साथ-साथ पुरानी कब्ज़ और पुराने बुखार का भी उपचार करता है।
9. गोभी और गाजर
गोभी और गाजर का रस बराबर मात्रा में मिलाकर 1 गिलास रस पीलिया के मरीज़ को पिलाएं। कुछ दिन इस जूस को पीने से पीलिया से निजात मिल जाती है।
10. लहसुन
दूध में 4 कली पिसे लहसुन का पेस्ट मिलाकर पीने से जॉन्डिस की बीमारी दूर होती है और लीवर फ़ंक्शन ठीक हो जाता है।
11. टमाटर
जॉन्डिस का इलाज करने के लिए सुबह शाम टमाटर के रस में थोड़ी सी पिसी काली मिर्च और नमक मिलाकर पीने से बहुत लाभ होता है।
12. इमली
रात भर पानी में भीगी इमली को पीसकर पानी छान लें। इस पानी में स्वादानुसार काली मिर्च पाउडर और नमक डालकर पीने से 1-2 हफ्ते में पीलिया की बीमारी ठीक होने लगती है।
13. नीम
रोगी को दिन में 2 बार 1 बड़ा चम्मच नीम के कोमल पत्तों का रस पिलाएं। इससे लीवर को ताकत मिलती है और जॉन्डिस की बीमारी जड़ से खत्म होता है।
14. सोंठ
पिसी हुई सोंठ में गुड़ मिलाकर ठंडे पानी के साथ लेने से काला पीलिया की बीमारी ख़त्म होने लगती है।
15. आंवला
10 ग्राम आंवले का रस और 1 चम्मच शहद मिलाकर पीने से 2-3 हफ्ते में पीलिया से छुटकारा मिल जाता है।
पीलिया में क्या खाएं
– काला पीलिया की बीमारी में आसानी से पचने वाला और लीवर को ताकत देने वाला खाना खाना चाहिए। खिचड़ी, दलिया, उबले हुए आलू, ग्लूकोज, गुड़, पपीता, चीकू, मूली, लस्सी और कार्बोहाइड्रेट वाली चीज़ें रोगी को खिलाएं।
– नींबू, संतरे और मौसमी का जूस पिएं।
पीलिया में परहेज
– पीलिया के लक्षण दिखते ही रोगी को डॉक्टर को दिखायें।
– काम कम और आराम ज़्यादा करना चाहिए।
– गर्म चीज़ें कम से कम खाएं।
– मैदा, मिर्च मसाला, तला भुना, मिठाइयाँ और उरड़ दाल का सेवन न करें।