मुनक्का के औषधीय प्रयोग

मुनक्का यानी बड़ी दाख स्‍वास्‍थ्‍यवर्धक है यह तो सभी जानते हैं। इसमें अनेक औषधीय गुण भी होते हैं, इसे कम लोग जानते हैं। यह शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाकर बीमारियों की रोकथाम करता है। साथ ही इसका नियमित प्रयोग अनेक बीमारियों को समाप्‍त कर स्‍वास्‍थ्‍य प्रदान करता है। गले संबंधी रोगों की यह सर्वश्रेष्‍ठ औषधि है। आज हम मुनक्का के गुणों की चर्चा करेंगे।

मुनक्का या बड़ी दाख

मुनक्का के औषधीय लाभ

वीर्य विकार

10 मुनक्का लें और उसे एक पाव दूध में डालकर उबाल लें। इस उबले हुए दूध में एक चम्‍मच घी व खांड मिलाकर सुबह के समय पीयें। यह वीर्य विकार को ख़त्‍म करता ही है, साथ ही हृदय, आंतों व रक्‍त विकार को भी नष्‍ट कर देता है। इसके अलावा यह कब्‍ज़ में लाभप्रद है।

रक्‍त की कमी

बड़ी दाख रक्‍त की कमी को दूर करता है। रात को सोते समय 10-12 मुनक्का धोकर पानी में भिगो दें। सुबह मुनक्का के बीजों को निकालकर इसे चबा-चबाकर खाएं, इससे शरीर में ख़ून बढ़ता है तथा ख़ून की सफ़ाई भी होती है। यदि नाक से ख़ून बह रहा है तो वह भी बंद हो जाता है। इसका सेवन 2 से 4 सप्‍ताह तक करना चाहिए।

गले की खराश

चार-पांच बड़ी दाख के बीजों को चबा-चबाकर खाने से गले की खराश दूर होती है। जिन लोगों के गले में निरंतर खराश बनी रहती है, या नजला के कारण परेशानी बनी रहती है, उनके लिए बड़ी दाख के बीज बहुत लाभप्रद हैं। दस दिन तक सुबह-शाम इन बीजों को चबा-चबाकर खाने के बाद पानी पी लेना चाहिए।

सर्दी-जुकाम

सर्दी-जुकाम चाहे कितना भी पुराना हो, दूध में मुनक्का उबाल कर पीने से एक सप्‍ताह में जुकाम विदा हो जाएगा। पहले ख़ुराक से ही राहत मिल जाती है। रात को सोने से पहले बिना बीज के 2-3 बड़ी दाख दूध में उबालकर पी लें। यह प्रयोग नियमित एक सप्‍ताह तक करें। इसमें प्रचुर मात्रा में आयरन होता है जो हिमोग्‍लोबीन को बढ़ाने में मदद करता है।

बुखार

पुराने से पुराने बुखार को दूर करने में बड़ी दाख कारगर औषधि है। सुबह एक अंजीर व दस मुनक्का पानी में भिगो दें। रात को जब सोने जाएं तो मुनक्का व अंजीर निकालकर दूध में उबाल लें और दूध थोड़ा ठंडा करके पी जाएं। तीन दिन के प्रयोग में ही पुराना से पुराना बुखार चला जाएगा। बुखार उतरने के बाद जब भूख न लगे तो दस-बारह बड़ी दाख भूनकर सेंधा नमक व काली मिर्च मिलाकर खा लें, भूख लगने लगेगी।

कब्‍ज़

मुनक्का कब्‍ज़ को भी दूर करता है। इसमें मिलने वाला फ़ाइबर पेट को लैक्‍सेटिव प्रभाव देता है जिससे कब्‍ज़ गायब हो जाता है। यह शरीर के विषैले पदार्थों को बाहर भी निकालता है। रात को सोने से एक घंटा पहले 11 मुनक्का दूध में उबाल लें। बड़ी दाख चबा-चबाकर खा जाएं और ऊपर से दूध पी लें। कब्‍ज़ में तत्‍काल लाभ होगा।

बड़ी दाख के अन्‍य प्रयोग

– मुनक्का को दूध में उबालकर उसमें घी व मिश्री मिलाकर पीने से आंखों की ज्‍योति बढ़ती है, नाख़ूनों की बीमारी व सफेद दाग जैसे रोग दूर होते हैं, महिलाओं में गर्भाशय की समस्या में लाभ होता है।

– दूध की खीर बनाएं उसमें चावल के अतिरिक्‍त 12 मुनक्का, 5 छुहारा, 6 फूलमखाना भी मिला दें, इसके सेवन से शरीर बलिष्‍ठ होता है।

नमक वाला मुनक्का लो ब्‍लडप्रेशर को सामान्‍य करता है।

– इसे खाने से प्‍यास शांत होती है, गर्मी व पित्‍त ठीक होता है, पेट व फेफड़े के रोग अत्‍यंत लाभकारी है।

– बीज निकालकर एक सप्‍ताह तक बड़ी दाख खिलाने से बच्‍चे बिस्‍तर पर रात को पेशाब करना बंद कर देते हैं।

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