रिश्ते में आपसी तनाव ख़त्म करने के उपाय

वक़्त का दरिया बहता रहता है, कभी खट्टे तो कभी मीठे पल आते हैं। प्यार भी होता है, बिछड़ना भी होता है, मिलना भी होता है, लड़ते भी हैं और मनाते भी हैं। कभी कभी रिश्ते में आपसी तनाव बढ़ जाता है कि एक दूसरे को देखना तक मुश्किल हो जाता है। वही दो लोग जो प्यार करते थे, आज एक दूसरे से बात तो दूर, एक दूसरे को देखना पसंद नहीं करते हैं। इस आलेख में हम रिश्तों के इस पड़ाव के बारे में बात करेंगे, ताकि सूखे हुए रिश्तों फिर से कोंपले आ जाएँ।

रिश्ते बहुत ज़रूरी होते हैं, लेकिन उससे भी ज़रूरी है कि उन्हें बनाकर रखा जाए। आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि रिश्ते में आपसी तनाव ख़त्म करके किस तरह रिश्तों में गरमाहट को बरक़रार रखा जा सकता है।

रिश्ते में आपसी तनाव ख़त्म करने के उपाय
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रिश्ते में आपसी तनाव को समझदारी से फुर्र करें

1. नेगटिव बात न कहें

ज़िंदगी में हर वक़्त एक सा नहीं होता है, कभी कभी हम आउट ऑफ़ कंट्रोल हो जाते हैं। नेगटिव सोचने लगते हैं, अगर तनाव ने घरे रखा हो तो उसकी आंच अपने पार्टनर तक न जाने दें। ख़ुद भी स्ट्रेस फ्री रहिए और पार्टनर को भी सपोर्ट करिए। अगर आप इसमें फ़ेल हुए तो रिश्ते मुरझाने लगते हैं।

2. शिक़ायत न करें

दोषारोपण से समस्याएँ बढ़ जाती हैं। रिश्ते बहुत अहम होते हैं, इसलिए प्रॉब्लम फ़ेस करने पर उनकी ज़िम्मेदारी लेना सीखिए। आरोप-प्रत्यारोप लगाने से रिश्ते कांच की तरह टूटकर चिटक जाते हैं और उन्हें बिखरने में देर नहीं लगती है। रिश्ते में आपसी तनाव ख़त्म करने के लिए शिक़ायत करने से बचें।

3. समझ से काम लें

किसी गंभीर समस्या में अपना रिएक्शन देने से पहले अच्छे से विचार कर लें। नेगटिव और पॉज़िटिव दोनों पहलू का पूरा ध्यान रखें। ग़लत बात कहने से बात बिगड़ जाएगी और समझ से काम लेने से बात बन जाएगी। स्वयं में परिपक्वता लाने की कोशिश कीजिए।

4. पार्टनर की परेशानी सुनें

जब कोई व्यक्ति किसी परेशानी में होता है, तो उससे अच्छी बात भी ख़राब लग सकती है। इसलिए ऐसे टाइम में उसे स्पेस दीजिए, जब वो सामान्य हो जाए तो उसका मूड बनाने की कोशिश कीजिए। जब वो अपनी बात कहने के लिए तैयार हो तब उसकी पूरी बात ध्यान से सुनकर अपनी राय उसके सामने रखिए।

Stress free couple
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5. इमोशनल सपोर्ट दें

आदमी और औरत दो बातों को अलग अलग तरह से लेते हैं, इसमें कोई दो राय नहीं है। प्रॉब्लम्स का हल निकालने के रास्ते भी अलग अलग होते हैं। इसलिए अपनी बात ज़बरदस्ती मनवाने की बजाय अपने पार्टनर को इमोशन सपोर्ट दें और उसकी भावना की क़द्र करें।

6. टेंशन की वजह पहचानें

अक्सर आपसी कलह की वजह घर-बाहर की कोई प्रॉब्लम या आर्थिक परेशानी होती है। रिश्ते अगर ऐसी किसी बात से बिग‌ड़ने लगें, तो सब कुछ ख़राब हो जाता है। इसलिए ज़रूरी है कि आपसी समझ से रिश्तों को जोड़कर रखा जाए और एक साथ मिलकर समस्या का हल निकालने की कोशिश की जाए।

7. पार्टनर को रिस्पेट दें

जब आप अपने पार्टनर को सम्मान देते हैं, तो उसका मूड अच्छा रहता है। जिससे आधी से ज़्यादा स्ट्रेस ख़ुद ही ख़त्म हो जाती है। अपने पार्टनर के सुख दुख को अनुभव कीजिए और उसका साथ दीजिए। बात बहुत छोटी है, लेकिन रिश्ते स्ट्रेस को काफ़ी हद तक कम करती है।

8. समस्या को ख़त्म करें, रिश्ते को नहीं

बहुत बार होता है कि समस्या को ख़त्म करने के लिए हम रिश्ते को ख़त्म कर देते हैं, जिससे दो लोगों की पूरी ज़िंदगी ख़राब हो जाती है। इसलिए हर रिश्ते को अपनी प्रॉब्लम से अटैच करके न देखें। वरना आपकी ज़िंदगी ख़राब हो सकती है। जिसकी ग्लानि आपको जीवन भर रहेगी।

9. पार्टनर को अहमियत दें

पार्टनर का अर्थ होता है, साथ मिलकर चलने वाला। इसलिए इस बात को अच्छे से समझ लें कि आपको ज़िंदगी में एक दूसरे का साथ निभाना है। लड़ना झगड़ना सब करना है, लेकिन एक दूसरे की अहमियत को भूलना नहीं है। रिश्ते की ख़ुश्बू उड़ न जाए इसके लिए पार्टनर को उसकी अहमियत का एहसाना कराना मत भूलें। इससे आपसी प्यार गहरा होता जाएगा और ज़िंदगी आसान हो जाएगी।

10 . रिलेशनशिप काउंसिलिंग

कभी कभी दो लोग मिलकर भी किसी प्रॉब्लम को हल नहीं करते पाते हैं। ऐसे समय में किसी काउंसिलर की हेल्प लेना सही हो सकता है। जब रिश्ते टूटने लगें, तो उन्हें किसी एक्सपर्ट की हेल्प लेकर बचाने की कोशिश करनी चाहिए। कई बार दोनों पार्टनर किसी एक बात पर को समझ नहीं पाते नहीं हैं, लेकिन जब कोई तीसरा उनको उसका आभास कराता है तो बात बन जाती है। आपसी तनाव ख़त्म हो जाता है, ज़िंदगी ख़ुशहाल हो जाती है।

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