वर्तमान समय में अपने लक्ष्य को हासिल करने और दूसरों से आगे निकल जाने की होड़ ने मानव जीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है। पूरी ऊर्जा रोज़मर्रा के कामों पर आकर टिक गई है। न खाने का समय है और आराम करने का। कंप्यूटर साथी हो गया है, संबंध गौड़ होने लगे हैं। हर व्यक्ति पुरुष हो या महिला इंटरनेट फ्रेंडली होता जा रहा है। काम से थोड़ा समय मिला तो सोशल मीडिया पर जूझ रहे हैं। व्यक्ति इतना व्यस्त हो गया है कि उसे अपने स्वास्थ्य के बारे में सोचने की फुर्सत ही नहीं है। इसलिए उसका स्वास्थ्य प्रभावित होता जा रहा है। कम उम्र में ही कमज़ोर, अनिद्रा, बेचैनी, थकान और दर्द आदि से वह प्रभावित हो जाता है।
दर्द निवारक दवाएँ घातक
शाम को जब वह काम से घर लौटता है तो उसका पूरा शरीर सिर से पैर तक दर्द करता है। दवा खाता है तो आराम मिलता है, फिर नींद नहीं आती है तो नींद की दवा खाता है फिर सोता है। ये समस्या एक दिन की हो तो बात भी समझ में आती है, रोज़-रोज़ की यह समस्या है इसलिए रोज़-रोज़ उसे दवा खानी पड़ती है। ये दवाएं तत्काल लाभ तो दे देती हैं लेकिन आगे चलकर इनके दुष्प्रभाव बड़े भयानक होते हैं। मैं एक चिकित्सक के पास दर्द की दवा लेने गया था, उसने मुझे दर्द बर्दाश्त करने की सलाह दी और कहा कि दर्द की दवा मत खाओ। मैंने पूछा ऐसा क्यों? चिकित्सक ने कहा कि दर्द से आज तक कोई नहीं मरा, लेकिन दर्द की दवा खाने से माइकल जैक्सन तक मर गया। फिर उन्होंने पूरा समझाया कि थकान और दर्द की दवा कितनी घातक है।
काम से घर लौटने पर महिलाएं दर्द से सर्वाधिक परेशान रहती हैं। आधे घंटे तक चारपाई पर गिरकर दर्द से कराहती हैं। कोई काम करने का मन नहीं करता, बच्चों पर झल्लाती हैं। कुछ करना पड़ा तो बेमन से उठती हैं। दर्द ज़्यादा हुआ तो तुरंत दर्द की दवा खा लेती हैं। इससे बचने की ज़रूरत है। साथ ही इसका घरेलू उपाय सुझा रहे हैं, यदि इसका प्रयोग किया जाय तो दर्द से हमेशा के लिए छुटकारा मिल जाएगा।
थकान और दर्द के कारण
इस दर्द के कई कारण हैं। एक तो काम का तनाव, जल्दीबाजी, आगे निकल जाने की होड़ में भोजन, निद्रा व आराम से समझौता तथा दूसरे बचपन में जब शरीर में ऊर्जा भरपूर थी तो खाने-पीने के प्रति की गई लापरवाही, जंक फूड का अधिक सेवन, पानी कम पीना, छोटी-छोटी बीमारियों के प्रति लापरवाह होना व अधिक मात्रा में कॉस्मेटिक्स का प्रयोग आदि इसके मुख्य कारण हैं।
दर्द दूर करने के उपाय
एक किलो मेथी का दाना लें और उसे घी में भूनकर पीस लें। इसके बाद 250 ग्राम बबूल का गोंद लें और उसे भी घी में भूनकर पीस लें। अब दोनों को मिलाकर किसी साफ़ कांच के बर्तन में रख दें। इस मिश्रण को सुबह-शाम एक-एक चम्मच पानी से लें। यह दवा रोज़ की थकान और दर्द तो दूर करेगी ही, शरीर को सुंदर, आकर्षक व मज़बूत भी बनाएगी।