पेशाब में जलन का घरेलू उपचार

आपको पेशाब में जलन ‌‌_ Urethritis है तो घबराइए नहीं। दादी का नुस्‍ख़ा इसे पलक झपकते ही दूर भगाएगा। बस थोड़ी सी सावधानी बरतने की ज़रूरत है। इसके कई कारण हो सकते हैं। पेशाब की नली में संक्रमण इसका मूल कारण है। पेशाब में अधिक देर तक जलन हो तो इसका कारण पेशाब की नली में संक्रमण होता है। इसके अलावा किडनी में पथरी व कब्‍ज़ के चलते भी पेशाब में जलन हो सकती है। किडनी में पथरी है तो बीयर के साथ नारियल का पानी पिएं, पथरी गल जाएगी। केवल बीयर पीने से भी ऐसा होगा लेकिन कब्‍ज़ बढ़ जाएगा।

पेशाब में जलन

पेशाब में जलन दूर करने के उपाय

  1. गर्मी में हर घंटे पर कम से कम दो गिलास व ठंडी में हर घंटे पर कम से कम एक गिलास पानी पियें।
  2. खट्टे फलों का प्रयोग ज़्यादा करें। इन फलों में मौजूद सिट्रस एसिड संक्रमण पैदा करने वाले कीटाणुओं को मारता है।
  3. आमला का रस या इलायची और आंवले का चूर्ण बराबर मात्रा में पानी के साथ लेने से पेशाब में जलन दूर भागती है।
  4. नारियल के पानी में धनिया का पाउडर व गुड़ मिलाकर पियें, इससे शीघ्र लाभ होगा।
  5. पलाश के सूखे या हरे फूल पीसकर पेड़ू पर लगाने से भी आराम मिलता है।
  6. पेशाब में जलन शीघ्र दूर करने के लिए आधा गिलास चावल के माड़ में चीनी मिलाकर पियें।
  7. अनार का रस दिन में दो बार पीने से पेशाब की जलन दूर होती है।
  8. पांच बादाम के गिरियाँ रात को भिगो दें। सुबह उसके छिलके निकालकर सात छोटी इलायची व आवश्‍यकतानुसार मिश्री मिलाकर पीस लें और उसे एक गिलास पानी में घोलकर पियें।
  9. रात को एक चम्‍मच धनिया का पाउडर एक गिलास पानी में भिगो दें। सुबह उसे छानकर उसमें गुड़ या चीनी मिलाकर पीने से पेशाब की जलन दूर होती है।
  10. ताज़ा मक्‍के का भुट्टा लें, उसके दानें निकाल लें और पानी में उबालकर मिश्री मिलाकर पियें।
  11. कच्‍चे दूध में पानी मिलाकर पीने तथा ठंडे पानी में कपड़ा भिगोकर पेड़ू पर रखने से भी पेशाब की जलन दूर होती है।
  12. कलमी शोरा व बड़ी इलायची के चूर्ण समान मात्रा में फांककर डेढ़ सौ एमएल मलाई रहित दूध व डेढ़ सौ एमएल पानी मिलाकर पियें। ऐसा दिन में तीन बार करें। इससे पेशाब की जलन तो दूर होगी ही, पित्‍त संतुलित होगा और मुंह के छाले भी ठीक हो जाएंगे।
  13. ककड़ी खाने से भी पेशाब की जलन में आराम मिलता है। इसके बीजों में मौजूद स्टार्च, तेल, शर्करा, राल तथा ककड़ी में क्षारीय तत्‍व से मूत्र संस्‍थान की कार्यप्रणाली में आई रुकावट दूर होती है। यदि कब्‍ज़ है तो ककड़ी के आठ-दस बीजों का मट्ठे के साथ सेवन करें। ककड़ी खाने के बाद 20 मिनट तक पानी पीने से परहेज़ करना चाहिए।
  14. सुबह-शाम एक-एक चम्‍मच हल्‍दी का चूर्ण लेने से भी पेशाब की जलन में आराम मिलता है।

बार-बार पेशाब लगने की समस्‍या

  1. तीन आंवलों का रस सुबह-शाम पानी में मिलाकर पियें। चार दिन ऐसा करने पर यह समस्‍या दूर हो जाती है।
  2. एक केला खाएं और ऊपर से आंवले के रस में चीनी मिलाकर पियें। केवल केला खाने से भी आराम मि‍लेगा।
  3. एक सेब रोज़ खाएं, इससे भी आराम मिलेगा और रात को बार-बार पेशाब लगने की समस्‍या ख़त्‍म हो जाएगी।
  4. यदि यह समस्‍या वृद्ध व्‍यक्ति को है तो उसे रोज़ रात को छुहारे खिलाकर दूध पिलाएं।
  5. पालक का साग खाने से भी रात को बार-बार पेशाब लगने की समस्‍या से छुटकारा मिलता है।
  6. भुना हुआ चना एक छटांक लें, उसे खाकर गुड़ खाएं। दस दिन नियमित खाने से बार-बार पेशाब लगने की समस्‍या से मुक्ति मिलती है।
  7. दिन में तीन बार एक पाव गाजर का रस पियें। पेशाब पीला आ रहा हो तो शहतूत के रस में चीनी मिलाकर पीने से लाभ होगा।
  8. किडनी में संक्रमण की वजह से यदि पेशाब बनना बंद हो तो मूली का रस पियें, पेशाब बनने लगेगा।
  9. नींबू के बीजों को पीसकर लेप बनाएं और पेड़ू पर लगाकर ऊपर से पानी डालनें पर रुका हुआ पेशाब होने लगेगा।
  10. एक चम्‍मच जीरा व एक चम्‍मच चीनी लेकर फांक लेने से भी लाभ मिलता है।
  11. केले के तने का चार चम्‍मच रस लें और उसमें दो चम्‍मच घी मिलाकर रोज़ दो बार सेवन करें।
  12. बार-बार पेशाब के लिए जाना पड़े और हर बार अधिक मात्रा में पेशाब आए, साथ ही प्‍यास भी लगे तो 8 ग्राम हल्‍दी का चूर्ण रोज दो बार पानी के साथ लें।
  13. एक कप पानी तेज़ गरम करें, उसमें से आधा कप पानी अलग कर लें। आधा कप पानी में गुलाबी रंग के सदाबहार के तीन फूल पांच मिनट तक भिगोएं। पांच मिनट बाद फूल निकालकर फेंक दें और पानी पी लें, इसके बाद शेष बचा आधा कप पानी भी पी जाएं। ऐसा सात दिन नियमित करें।
  14. पेशाब में शर्करा आ रही हो तो रोज़ शाम को आधा चम्‍मच जामुन की गुठली का चूर्ण पानी के साथ लें।
  15. जामुन की गुठली व करेले को सुखाकर पीस लें और समान मात्रा में दोनों के चूर्ण को मिलाकर रख दें। एक-एक चम्‍मच सुबह-शाम पानी के साथ लेने से आराम मिलेगा।
  16. सौ ग्राम पानी में 15 ग्राम करेले का रस पीने से या करेले का चूर्ण प्रतिदिन छह ग्राम लेने मूत्र में शर्करा की मात्रा घट जाती है।

सावधानियां

संभोग के समय ज़्यादा सावधानी बरतने की ज़रूरत है। यदि योनि में सूखापन है तो भी पेशाब में जलन आ जाती है। इसलिए संभोग के समय लुब्रिकेंट का प्रयोग करें जो वाटर बेस या रसायनयुक्‍त न हो। जननांग की ठीक से सफ़ाई करें। जिसे पेशाब में जलन है उसे दिन में तीन बार जननांग धोना चाहिए।

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *