फिटकरी के औषधीय गुण-धर्म

फिटकरी क्या है – फिटकरी को अंग्रेजी में Alum कहते हैं। यह मुख्‍यत: दो तरह की होती है- लाल और सफेद। आमतौर पर सफेद फिटकरी का ही प्रयोग चलन में है। विभिन्‍न तरह की बीमारियों ख़ासकर, घमौरी, कटी-फटी त्‍वचा, गले में खरास, ख़ून के बंद होने में, घाव धोने में और सेविंग के बाद फिटकरी का प्रयोग होता आ रहा है। इसका प्रयोग बारिश के मौमस में पानी को साफ़ करने के लिए भी किया जाता है। सबसे सस्‍ती और सुलभ फिटकरी के औषधीय गुण-धर्म बहुत मूल्‍यवान हैं। आइए जानें फिटकरी का उपयोग।

फिटकरी के उपयोग
Alum – Phitkari Ke Upyog

फिटकरी के प्रयोग और स्वास्थ्य लाभ

1. ज़्यादा पसीना आना

यदि शरीर से ज़्यादा पसीना आता हो और ख़ासकर गर्मी के दिनों में कहीं बैठे हैं, बातचीत कर रहे हैं और पसीने से भीग गए तो अजीब सी स्थिति उत्‍पन्‍न हो जाती है। ऐसे लोगों को नहाने के पानी में फिटकरी घोलकर नहाना चाहिए। पीसना आने की समस्‍या कम होने लगती है।

2. योनि का संक्रमण

योनि में किसी तरह का संक्रमण हो गया है तो दिन में दो-तीन बार उसे फिटकरी से धोना चाहिए। इसके अलावा पंसारी के यहां से फिटकरी और संगे जराहत ख़रीद लाएं और उसे पीसकर चूर्ण बना लें। आधा ग्राम चूर्ण ताजा पानी या गाय के दूध के साथ दिन में तीन बार लेने से कुछ ही दिनों में आराम हो जाएगा।

3. सफेद पानी आना

योनि से यदि सफेद पानी आ रहा है तो 1 लीटर पानी में 20 ग्राम फिटकरी घोलकर दिन में दो- तीन बार धोएं। साथ ही पके केले में 1 ग्राम फिटकरी खोंसकर खा जाएं। आराम मिलेगा।

4. अंगुलियों की सड़न

ठंडी के दिनों में पानी में लगातार काम करने से हाथ-पैरों की अंगुलियों के बीच सफेद हो जाता है। कई दिन लगातार इसी स्थिति में काम करने से धीरे-धीरे वहां खुजली होती है और सड़न पैदा होने लगती है। जब ऐसी समस्‍या आए तो थोड़े से पानी में फिटकरी डालकर उबाल लें और उससे प्रभावित अंगों को धोएं। सूजन, खुजली में तत्‍काल आराम मिल जाएगा।

5. चोट, खरोंच, घाव

यदि चोट लग गई है या खरोंच लग गया है अथवा घाव हो गया है तो उसे फिटकरी के पानी से धोना चाहिए। उसके बाद घाव पर फिटकरी का चूर्ण छिड़क देना चाहिए। फिटकरी एक तो तत्‍काल ख़ून निकलना बंद कर देती है, साथ ही हर तरह के संक्रमण से बचाव करती है।

फिटकरी के लाभ
Alum Health Benefits In Hindi

6. दांत दर्द

यदि दांत में दर्द है तो फिटकरी और काली मिर्च पीस लें और उससे दांतों की जड़ों में थोड़ी देर मलें। थोड़ी देर में दांत दर्द दूर हो जाएगा। साथ ही रोज़ सुबह-शाम गर्म पानी में फिटकरी घोलकर कुल्‍ला करने से दांतों के कीड़े मर जाते हैं और मुंह की बदबू दूर होती है।

7. दमा रोग

दमा रोग की समस्‍या है तो एक तोला फुलाई हुई फिटकरी व दो तोला मिसरी मिलाकर महीन पीस लें। एक-एक माशा रोज़ सुबह खाने से दमा के रोग में आराम मिलता है। इसके अलावा फिटकरी का आधा ग्राम चूर्ण मधु में मिलाकर चाटने से ‪दमा और खांसी में आराम मिलता है।

8. टांसिल की समस्‍या

यदि टांसिल की समस्‍या से परेशान हैं तो आधा गिलास गर्म पानी में एक चुटकी फिटकरी व नमक घोलकर गरारा करने से राहत मिलती है।

9. दस्‍त व पेचिश

फिटकरी दस्‍त व पेचिश की परेशानी से भी बचाती है। थोड़ी सी फिटकरी लें और उसे महीन पीसकर भून लें। इस भुने हुए फिटकरी चूर्ण को गुलाब जल में मिलाकर पीने से ख़ूनी दस्त आना बंद हो जाता है।

10. दांत का मंजन

10 ग्राम फिटकरी चूर्ण व 5 ग्राम सेंधा नमक मिलाकर नियमित मंजन करने से दांतों का दर्द चला जाता है। इसके अलावा एक तोला फिटकरी का भुना हुआ चूर्ण, छह माशा तूतिया, एक तोला कत्‍छा लेकर कूट-पीसकर मंजन बना लें। इस मंजन से नियमित दांत साफ़ करने से दांत का दर्द चला जाता है और दांत मजबूत होते हैं।

फिटकरी के कुछ अन्‍य प्रयोग

– जब भी सेविंग करें तो फिटकरी ज़रूर लगाएं, इससे चेहरा मुलायम हो जाता है।

– एक-एक ग्राम फिटकरी का भुना हुआ चूर्ण सुबह-शाम पानी के साथ लेने से ख़ून की उल्‍टी बंद हो जाती है।

– दूध के साथ डेढ़ ग्राम फिटकरी चूर्ण लेने से चोट का दर्द दूर होता है।

– पानी में फिटकरी का चूर्ण घोलकर बाल धुलने से जुएं मर जाते हैं।

– कान में फुंसी हो या मवाद आए तो फिटकरी के पानी से धोने से आराम मिलेगा।

– मधु में थोड़ी फिटकरी मिलाकर आंखों में लगाने से लाली चली जाती है।

– फिटकरी के पानी से खुजली वाले अंगों को धुलने के बाद सरसों का तेल लगाकर थोड़ा सा कपूर छिड़क देने से आराम मिलता है।

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