माँ बनना एक सुखद एहसास होता है। जब माँ बनने का पहला पहला अनुभव होता है तो उन्हें ये नहीं पता होता है कि वो किन किन बातों का विशेष ध्यान रखेंं। अपने खान पान में किन बातों का विशेष ध्यान रखें।चूँकि इन बातोंं का जानना एक माँ के लिए बेहद ज़रूरी है इसलिए आज हम आपको यह बताने जा रहे हैं कि गर्भावस्था के समय महिलाएँ कौन कौन से फल नहीं खा सकती हैं…
गर्भावस्था के समय इन फलों को न खाएँ
#1 पपीता खाने से बचें
गर्भावस्था के समय कच्चा पपीता नहीं खाना चाहिए। कच्चा पपीता खाने से प्रसव जल्दी होने की संभावना होती है। गर्भावस्था के समय तीसरे और अंतिम तिमाही के समय पका हुआ पपीता खाना बहुत अच्छा होता है। पके हुए पपीते में विटामिन सी और अन्य पौष्टिक तत्वों की प्रचुरता होती है, जो गर्भावस्था के शुरुआती लक्षणों जैसे कब्ज़ को रोकने में मदद करता है। शहद और दूध के साथ मिश्रित पपीता गर्भवती महिलाओं के लिए एक उत्कृष्ट टॉनिक के समान होता है।
#2 अनानास खाने से बचें
गर्भावस्था के समय गर्भवती महिलाओं के लिए अनानास खाना स्वास्थ के लिए हानिकारक हो सकता है। इसके सेवन से भी जल्दी प्रसव की संभावना बढ़ जाती है।
#3 अंगूर खाने से बचें
डॉक्टर भी गर्भवती महिलाओं को उसके गर्भावस्था के अंतिम तिमाही में अंगूर खाने से मना करते हैं क्योंकि इसकी तासीर गरम होती है। इसलिए बहुत ज़्यादा अंगूर खाने से असमय प्रसव पीड़ा हो सकती है। इसलिए कोशिश करें कि गर्भावस्था के समय अंगूर न खायें।
गर्भावस्था के समय ध्यान रखने योग्य बातें…
गर्भवती महिलाओं के लिए सबसे महत्वपूर्ण सलाह ये है कि वो जो भी खायें वो स्वच्छ हो, उस धुल कर खायें। गर्भ के समय फल और सब्ज़ी को आहार के रूप में ज़रूर लें।
गर्भावस्था में सही खानपान
- पनीर युक्त खाद्य पदार्थ का सेवन करें।
- पौष्टिक दालों का सेवन करें।
- फल युक्त सब्ज़ियों का नियमित सेवन करें।
- चावल और मोटे अनाज से बना खाना ज़रूर खाएँ।
- हरे पत्तीदार सब्ज़ियों का सेवन अवश्य करें।
- व्यंजनों में प्रोटीन, कैल्शियम, आयरन, विटामिन और फोलिक एसिड जैसे पोषक तत्वों का समावेश करें तो गर्भ के समय उन्हें कम परेशानियाँ होंगी।
- खाने में कैलोरी की मात्रा अधिक कर देनी चाहिए। जिससे माँ और बच्चे को भरपूर आहार मिल सके।
- पौष्टिक आहार लें, ये पौष्टिक ख़ुराक बच्चे के विकास के लिए बेहद ज़रूरी है।
आशा है कि आप इस लेख का पूरा लाभ ले सकेंगे।