पुदीने के औषधीय गुण

हरे हरे ख़ुशबूदार पुदीने में कई औषधीय गुणों के ख़जाने छिपे हुए हैं। अंग्रेजी में मिंट Mint के नाम से जाना जाने वाला पुदीना न केवल एक एंटीबायोटिक तत्व है बल्कि एक अच्छा माउथफ़्रेशनर भी है। इसके सेवन से हम लू से भी बचे रहते हैं। यह पाचन क्रिया को ठीक रखता है और अगर किसी को लगातार हिचकी आ रही हो तो उसे थोड़ा सा पुदीना का रस पिला दें, तो उसकी हिचकी आनी बंद हो जायेगी। तो है न यह गुणों का खज़ाना। आज हम आप सबको पुदीने के कुछ ऐसे ही लाजवाब गुणों के बारे में बताने जा रहे हैं…

पुदीने के लाभ

पुदीने के औषधीय गुण

1. माउथफ़्रेशनर

यह एक अच्छा माउथफ़्रेशनर है। अगर मुंह में बदबू आ रही हो तो पुदीने का सेवन करने से बदबू चली जायेगी। इससे मुंह में ठंडक व ताज़गी का भी एहसास बना रहता है।

2. घाव ठीक करने वाला

किसी भी घाव को भरने के लिए पुदीने के रस को उस घाव पर लगाने से घाव जल्दी भर जाता है और उससे बदबू भी नहीं आती है।

3. चर्म रोग ठीक करने वाला

पुदीना कई प्रकार के चर्म रोगों को समाप्त करने में सक्षम है। चर्म रोग होने पर पुदीना के पत्तों का लेप उस जगह लगाने से चर्म रोग ठीक हो जाता है।

4. लू रक्षक

गर्मी में लू लगने के के बाद पुदीने के रस का सेवन करना चाहिए। लू लगने पर रोगी को पुदीने का रस और प्याज का रस देने से फ़ायदा होता है।

5. हैजा रोग में लाभकारी

हैजा रोग होने पर पुदीना, प्याज का रस, नींबू का रस बराबर-बराबर मात्रा में मिलाकर रोगी को पिलाने से फ़ायदा प्राप्त होता है।

हैजा रोग में पुदीने के लाभ

6. उल्टी बंद करे

धनिया, सौंफ व जीरा की बराबर बराबर मात्रा लेकर इसे पानी में भिगोकर पीस लें। फिर 100 ग्राम पानी में मिलाकर इसे छान लें। अब इसमें पुदीने का रस मिलाकर पिएं इसे पीने से उल्टी आनी बंद हो जाती है।

7. पेटदर्द से आराम

पेट दर्द होने पर पुदीने में जीरा, हींग, काली मिर्च व नमक को मिलाकर पीस लें और इस चूर्ण को पानी के साथ पीने से पेट का दर्द गायब हो जाता है।

8. प्रसव में सहायक

अगर महिला प्रसव के समय पुदीने का रस पिएं, तो इससे आसानी से प्रसव हो जाता है।

9. ज्वर में लाभकारी

ज्वर में पुदीने को पानी में उबालकर थोड़ी चीनी मिलाकर इसे गर्म-गर्म चाय की तरह पीने से राहत मिलती है।

बुखार में पुदीने के लाभ

10. हिचकी में आराम

हरे पुदीने की 20 पत्तियां , मिश्री व सौंफ 10 ग्राम और कालीमिर्च 2 दाने इन सबको पीस कर एक सूती, साफ़ कपड़े से इसके रस को निचोड़ लें। एक कप गुनगुने पानी में 1 चम्मच रस को डालकर पीने से हिचकी बंद हो जाएगी।

11. गर्मी में ताज़गी

ताज़ा हरा पुदीना पीसकर चेहरे पर बीस मिनट तक लगा लें। फिर ठंडे पानी से चेहरे को धो लें। इससे गर्मी में त्वचा को बेहद ताज़गी प्राप्त होती है।

12. विष नाशक

अगर किसी को बिच्छू या बर्रे ने डंक मार दिया हो। तो उस स्थान पर पुदीने का रस लगा दें, यह विष को खींच लेगा और दर्द में भी राहत प्रदान करेगा।

13. पित्ती का इलाज

10 ग्राम पुदीना व 20 ग्राम गुड़ को 1 गिलास पानी में उबालें। रोगी को इसे पिलाने से बार-बार उछलने वाली पित्ती ठीक हो जाती है।
डायरिया में पुदीने के लाभ

14. डायरिया में लाभकारी

पुदीने के पत्तों को पीसकर शहद के साथ मिलाकर दिन में तीन बार चाटने से अतिसार रोग में राहत मिलती है।

15. मुहांसों का इलाज

हरे हरे पुदीने को पीसकर इसमें नींबू के रस की दो-तीन बूंद मिलाकर चेहरे पर इस पेस्ट को लगाने से मुहांसे दूर हो जाएंगे तथा चेहरे की त्वचा भी दमक उठती है।

16. बालों के जूँए मारे

पुदीने के रस को साबुन के पानी में घोलकर, इस मिश्रण को बालों पर डालें। इसे 15-20 मिनट तक लगा रहने दें। बाद में बालों को जल से धो लें। दो-तीन बार इस मिश्रण से बालों को धोने से बालों में पड़ गई जूँए मर जाएगी।

17. मूर्छा दूर करें

मूर्छित व्यक्ति को पुदीने के ताज़े पत्तों को मसलकर सुंघाने से व्यक्ति की मूर्छा दूर हो जाती है।
तो देखा आपने हरा हरा पुदीना कितना गुणकारी है, इसके सेवन से आप कितनों रोगों से बच सकते हैं। आज से ही पुदीना को अपने आहार में शामिल करें और इसके गुणों से लाभान्वित हों। इस जानकारी को अधिक से अधिक अपने दोस्तों और सोशल सर्किल में भी शेयर करें।

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