प्रोटीन एक जटिल कार्बनिक यौगिक है। मानव शरीर को प्रोटीन की आवश्यकता कई कार्यों के लिए होती है। ये शारीरिक वृद्धि के लिए अत्यंत आवश्यक तत्व है। इसकी कमी से शारीरिक विकास रुक जाता है।
प्रोटीन की आवश्यकता । Need of Protein
प्रोटीन हमारे शरीर में ऊर्जा उत्पादन और माँसपेशियों की मरम्मत दोनों कार्य करता है। प्रोटीन हमारे शरीर में नई कोशिकाओं को बनने मे सहायता करता है। इसके साथ साथ प्रोटीन हमारे शरीर को ऊर्जा (मात्रक कैलोरी) प्रदान करता है। प्रोटीन ऐसा दूसरा तत्व है, जो कि पानी के बाद हमारे शरीर में सबसे अधिक पाया जाता है। हमारे शरीर के लिए ये तीन आवश्यक तत्व प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट और वसा होते हैं।
प्रोटीन की संरचना । Structure of Protein
- प्रोटीन एक जैविक यौगिक है। यह कार्बन, ऑक्सीजन, हाइड्रोजन, नाइट्रोजन और सल्फ़र इन सभी तत्वों से मिलकर बनता है।
- प्रोटीन एमिनो एसिड का बहुलक है, यह एमिनो एसिड पॉलीपेप्टाइड बंध से जुड़े रहते हैं।
- प्रोटीन की आवश्यकता हमें एमिनो एसिड की पूर्ति के लिए होती है। यह 9 एमिनो एसिड से मिलकर बनता है, जिसे हमारे शरीर नहीं बना सकता है।
- इसका हमारे शरीर के विकास में बहुत योगदान है।
- मनुष्य के शरीर को 20 प्रकार के प्रोटीन की आवश्यकता होती है। जिसमें 10 का संशलेषण शरीर स्वयं करता हैं और 10 भोजन के द्वारा प्राप्त होते हैं।
प्रोटीन का पाचन । Digestion of Protein
जब प्रोटीन युक्त भोजन हमारे पेट में जाता है, तब हाइड्रोक्लोरिक एसिड और प्रोटीएस नमक एंज़ाइम के असर से पॉलीपेप्टाइड बंध टूट जाते हैं और प्रोटीन छोटे छोटे पॉलीपेप्टाइड की कड़ियों में में बँट जाता है। यही पॉलीपेप्टाइड की कड़ियाँ मिलकर एमिनो एसिड बनाते हैं। जो विभिन्न जैविक क्रियाओं के लिए हमारे शरीर द्वारा प्रयोग किया जाता है।
प्रोटीन के स्रोत । Source of Protein
पशुओं से प्राप्त प्रोटीन
मांस, मछली, अंडा, दूध और सभी दुग्ध उत्पाद आदि
वनस्पतियों से प्राप्त प्रोटीन
मेवे, बीज, दाल, फलियाँ, अनाज, फल आदि
प्रोटीन की कमी से होने वाले रोग
प्रोटीन हमारे शरीर के लिए बेहद ज़रूरी तत्व है। जिसकी कमी से क्वाशियोर्कर और मरास्मस नामक रोग हो जाते हैं। जिसके बचाव के लिए हमारे शरीर को प्रोटीन की आवश्यकता होती है।
क्वाशियोर्कर रोग के लक्षण
इस रोग में बच्चों के हाथ पाँव दुबले पतले हो जाते हैं और पेट बाहर की ओर निकल आता है।
मरास्मस रोग के लक्षण
इस रोग में मांसपेशियाँ ढीली हो जाती हैं।