सच्चा प्यार दुश्वार है – झूठे प्यार की सच्ची दास्तान

हेलो फ़्रेंड्स, इस पोस्ट में जो मैं आपके साथ शेअर हूँ वो बहुत ही स्पेशल है… ये एक कहानी है जो मुझे लगता है कम से कम एक बार तो सबको पढ़नी चाहिए। अब ऐसा क्या है इसमे जो सबको पढ़नी चाहिए, तभी आपको समझ पाएंगे कि सच्चा प्यार करना कितना दुश्वार है। तो मैं आपको पढ़वाना चाहता हूँ, आज-कल के झूठे प्यार की एक सच्ची दास्तान है।

अभी कुछ दिनों पहले मेरे एक बहुत अच्छे दोस्त का ब्रेकअप हुआ उसके बाद वो बहुत ज़्यादा डिप्रेस्ड हो गया था। मैं गारंटी के साथ कह सकता हूँ बहुत से और लोगों के साथ ये ऐसा ज़रूर हुआ होगा; ब्रेकअप, डिप्रेशन एण्ड आल, और वो टाइम किसी के लिए भी मुश्किल होता है। इसलिए आज मैं ये पोस्ट लिख रहा हूँ, हो सकता है इससे लोगों को दूसरों को पहचानने में कुछ हेल्प मिले, और वो अपने रिश्ते सोच समझ के बनायें।

अगर आप इस कहानी को पढ़ने जा रहे हैं तो मेरी आप से गुज़ारिश है कि, इस कहानी को ध्यान से पढ़ें और पढ़ने के बाद कमेंट करके बताइए कि “क्या था वो?”

सच्चा प्यार दुश्वार है

सच्चा प्यार दुश्वार है

ये कहानी है एक लड़का और ख़ूबसूरत लड़की की, दोनोंं एक दूसरे को नहीं जानते थे, एक दिन उस लड़के का एक फ़्रेंड अपनी गर्लफ़्रेंड से मिलने जा रहा था, वो उस लड़के का फ़ोन ले गया। शाम को उसका दोस्त फ़ोन वापस दे गया लड़का उस समय सो रहा था,जब वो उठा और अपना सिम डलकर अपना फ़ोन ऑन किया तो उसने देखा उसके इनबाक्स में एक मैसेज था, अंजान नम्बर से। फिर जैसा हम सभी कभी करते हैं, उसने उस नम्बर पर मैसेज किया…

लड़का: हू आर यू?

रिप्लाई नहीं आया। उसने थोड़ी देर बाद फिर मैसेज किया “हू आर यू?” कुछ देर बाद उसे उस नम्बर से रिप्लाई आया …

लड़की: आप कौन हो और क्यों बार-बार मैसेज कर रहे हो?

लड़का: आपके नम्बर से मुझे मैसेज आया हुआ था इसलिए मैसेज किया मैंने।

लड़की: मैंने आपके नम्बर पे कोई मैसेज नहीं किया।

लड़का: लड़का ने वही मैसेज जो उसके नम्बर पर आया हुआ था उसे लड़की के नम्बर पे फ़ारवर्ड कर दिया और बोला “ये मैसेज मुझे आपके नम्बर से आया था”।

लड़की: मैंने आपके नम्बर पे ये मैसेज नहीं किया, मेरे सेंट आइटम के फ़ोल्डर में भी आपका नम्बर नहीं है।
अब लड़के को ये लगा शायद ये उसके उस दोस्त फ़्रेंड होगी जो उसका फ़ोन लेकर गया था, फिर उसने पूछा

लड़का: क्या आप विश्वास (काल्पनिक नाम) की फ़्रेंड हो? तो लड़की ने कहा…

लड़की: अरे हाँ और ये मैसेज मैंने उसी को किया था।

लड़का समझ गया ‘जब उसका दोस्त फ़ोन लेकर गया था तब ये मैसेज आया होगा और उसके फ़ोन में ही रह गया और उसने लड़की को सब समझा दिया; और इस तरह वो दोनों मैसेज के थ्रु मिले… धीरे-धीरे वो दोनों चैट करने लगे और बहुत जल्दी ही काफ़ी क्लोज़ हो गये, कुछ दिनों बाद…

लड़का: मैं आपसे कुछ कहना चाहता हूँ अगर आप बुरा न मनो तो…।

लड़की: हाँ जी बोलो…

लड़का: आई लाइक यू…

लड़की: अच्छा जी क्या बात है, वैसे इसमें बुरा मानने वाली क्या बात है…
फिर काफ़ी दिनों तक ऐसा ही चलता रहा, और फिर एक दिन…

लड़का: पता है, मैं आपसे कुछ कहना चाहता हूँ।

लड़की: बोलो!

लड़का: आई लव यू, मैं आपसे इश्क़ वाला लव करता हूँ, बिल्कुल सच्चा प्यार!

लड़की ने बात को सीरीयस नहीं लिया और सोचा लड़का फ़्लर्ट कर रहा है, और वो कोई दूसरी बात करने लगी, उसके बाद कई बार लड़का चैट करते हुए उसे यह कह दिया था-“मुझे आपसे सच्चा प्यार हो गया है”। एक दिन वो दोनों चैट कर रहे थे, उस दिन उन्होने दोपहर 2:00 बजे से रात के 1:30 बजे सुबह तक लगातार (11:30 घंटे) चैटिंग की। उस आधी रात में…

लड़की: मैं आपसे कुछ कहूँ, समथिंग वेरी सीरीयस…?

लड़का: हाँ जी बोलो जी…

लड़की: आई लव यू टू…
लड़के की ख़ुशी का कोई ठिकाना नहीं रहा, वो बहुत ख़ुश था और सारी रात जगा रहा औरा बार बार उस मैसेज को देखता रहा। इन सबके कुछ दिनों बाद वो दोनों मिले, और पहली मुलाक़ात बहुत अच्छी रही बिल्कुल एक स्वीट ड्रीम की तरह। दोनों एक दूसरे से मिलकर बहुत ख़ुश थे उसके बाद हमेशा दोनों एक दूसरे के कांटैक्ट में रहते थे… सुबह उठने से लेकर शाम के सोने तक, कुछ दिनों बाद वो फिर मिले… गार्डेन में बैठकर बातें कर रहे थे..

लड़का: अपनी आँखें बंद करो।

लड़की ने अपनी आँखें बंद की, लड़के ने पहली बार लड़की को किस किया… और दोनों ख़ुशनुमा फ़िज़ा में सच्चा प्यार तलाश करने लगे। कुछ देर बाद लड़के ने लड़की को उसके घर के पास के बस स्टाप पर सी-ऑफ़ किया और अपने घर चला गया।

उस रात लड़की ने मैसेज किया… “गुड नाइट टेक केअर वेरी वेरी स्वीट ड्रिम, आई लव यू सो मच रियली… प्लीज़ नेवर लीव मी, नॉउ यू आर एवरीथिंग फ़ॉर मी…”

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दोनों एक दूसरे के साथ बहुत ख़ुश थे। एक दिन रात के समय चैट करते हुए लड़के ने लड़की से पूछा… “आपको मुझसे सबसे ज़्यादा क्या उम्मीद है?”

लड़की: कि आप अच्छे से पढ़ाई करोगे और आपको अच्छी सी जॉब मिले ताकि जब आप रिश्ता लेके मेरे घर आओ तो पापा जल्दी से हाँ कर दें।

लड़का: मैं वादा करता हूँ कि मैं ऐसा ज़रूर करूँगा।
फिर लड़की ने कहा अब आप बताओ आपको मुझसे सबसे ज़्यादा क्या उम्मीद है?

लड़का: मैं चाहता हूँ कि आप जैसी हो हमेशा वैसी ही रहो, हमेशा मेरा साथ दो और मुझे सबसे बड़ी उम्मीद है कि ‘आप मुझे कभी धोखा नहीं दोगे, मुझे कभी छोड़ोगे नहीं, मैं आपसे बेइंतहा मोहब्बत करती हूँ…

फिर लड़की ने जो कहा यक़ीन मानिए उससे अच्छा कुछ हो नहीं सकता था, लड़की ने कहा…
“ये तो मैं सोच भी नहीं सकती, आप मेरे लिए भगवान जैसे हो…”

लड़का बहुत ख़ुश था कि उसे अपनी ज़िंदगी का सच्चा प्यार मिल गया जो की दुनिया में बहुत कम लोगों को मिलता है। सब कुछ बहुत अच्छा चल रहा था। फिर एक दिन लड़की का बर्थडे था उस दिन वो फिर मिले और काफ़ी देर दोनों एक साथ बैठे रहे,दोनों ही बहुत ख़ुश थे और सब कुछ बहुत अच्छा चल रहा था। घर पहुँच कर लड़के ने मैसेज किया तो लड़की ने कहा वो बिजी है। उसके बाद रात को लड़की क मैसेज आया ‘मैं बहुत थक गयी हूँ, गुड नाइट, लव यू…’

अगले दिन लड़की ने रोज की तरह गुड मार्निंग क मैसेज भेजा, और उसने लड़के को बताया कि वो काम में बिज़ी है और बात नहीं कर सकती।… फिर शाम को लड़की क मैसेज आया…
“मुझे पता है मैं ग़लत कर रही हूँ, अगर मैं आपकी गर्लफ़्रेंड न बन सकी तो बहुत अच्छी फ़्रेंड ज़रूर बनूँगी।”

लड़के को कुछ भी समझ नहीं आया!!! उसे यक़ीन नहीं हो रहा था ये क्या हो रहा है। कारण पूछने के लिये उसने लड़की को मैसेज किया “क्या? ये क्या कह रही हो आप” पर लड़की ने कोई रिप्लाई नहीं किया… लड़का बार बार उसे मैसेज करके पूछता रहा आख़िर हुआ क्या है? कॉल करता रहा लेकिन लड़की ने ना तो उसका फ़ोन उठाया न ही मैसेज का कोई रिप्लाई किया। तब तक लड़के की हालत किसी कसाई के काटे हुए जानवर की तरह हो गई थी और फिर काफ़ी देर बाद लड़की ने उसे मैसेज करके कहा…

मेरे घर में बहुत बड़ी प्रॉब्लम हो गयी है मैं ये सब (फ्रेंडशिप) नहीं कर सकती किसी के भी साथ, आपके भी नहीं।
आप बहुत अच्छे हो, आपने मुझे हमेशा ख़ुश रखा, लेकिन अब मुझे पूरी लाइफ़ अकेले रहना है, लड़की ने इतना बताया और अपनी तरफ़ से सब ख़त्म कर दिया।
उसके लड़की ने लड़के के किसी मैसेज का रिप्लाई नहीं किया। लड़का रात दिन उसे फ़ोन, मैसेज करके यह जानने की कोशिश करता रहा कि आखिर हुआ क्या है? लेकिन उसे कोई जवाब नहीं मिला।

लड़का बहुत डिप्रेस हो गया वो दिन रात रोता रहता था, खाना नहीं खाता था, घर वालों को दिखाने के लिये खाना लेकर अपने रूम में चला जाता था और सारा खाना ट्वायलेट में फ़्लश कर देता था। आप विश्वास नहीं करोगे जैसा टिपिकल हिंदी फ़िल्मों में होता है सेम टू सेम कुछ ऐसा ही उस लड़के के साथ हो रहा था। उसका सच्चा प्यार उसके लिए काँटों का बिस्तर बन गया था।

कुछ दिनों बाद लड़के को पता चला उस लड़की की किसी और लड़के के साथ फ़्रेंडशिप हो चुकी है, लड़के ने लड़की से इस बारे में मैसेज करके पूछा। तो लड़की ने मैसेज का जवाब दिया, लेकिन लड़की ने जो जवाब दिया उसे पढ़कर मैं भी हँस रहा हूँ, आप भी हँसोगे और जो पढ़ेगा वो भी हँसेगा, तो सुनो लड़की ने क्या कहा…

“मैं आपसे बहुत प्यार करती थी… लेकिन आपने जो मेरे साथ किया मुझे बिल्कुल पसंद नहीं है! (वो लड़की उस किस की बात कर रही थी जो आपने अभी ऊपर पढ़ा, जिस किस वाले दिन लड़की ने ख़ुद कहा आज उसकी ज़िंदगी का सबसे अच्छा दिन था, मुझे भी आपसे सच्चा प्यार हो गया है)। आगे लड़की ने लिखा था – “मैने पहले ही कहा था मैं वो सब नहीं कर सकती, फिर भी आपने किया, इसलिए मैंने आपका साथ छोड़ा।”

हा हा हा हा हा… है न इंट्रेस्टिंग!!

ये तो शायद उस लड़की के अलावा कोई नहीं जानता कि असल में उसके ऐसा करने कि पीछे क्या सच था और उसने ऐसा क्यों किया लेकिन जो भी उसने कहा था वो सब झूठ ज़रूर था। मैं ये सब इसलिए जानता हूँ क्योंकि वो लड़का मैं ही हूँ, और वो लड़की… (छोड़ो वरना उसकी बदनामी हो जायेगी)।

अब आप जितना चाहो उतना टाइम लेना चाहो ले लो और सोचकर बताओ “क्या ये सच्चा प्यार है?” मुझे यक़ीन है आप कहोगे – “नहीं, बिल्कुल नहीं”। लेकिन सच्चाई यही है, आज-कल के बहुत से रिश्ते यूँ ही बनते हैं और टूट जाते हैं। मैं ऐसा बिल्कुल नहीं कह रहा हूँ कि “आज-कल कोई सच्चा प्यार नहीं करता” पर जो भी हो, जो इस कहानी में होता है वही आज-कल ज़्यादा हो रहा है, और कई बार इसका रिज़ल्ट बहुत ख़राब होता है, यहाँ तक कई बार लोग आत्महत्या तक कर लेते हैं, क्योंकि सिर्फ़ इश्क़ ही ऐसा दर्द देता है जिसका कोई इलाज नहीं होता।

इसलिए किसी पे जल्दी विश्वास न करें और करें तो निभायें ज़रूर, आज-कल के प्यार की कोई गारंटी नहीं होती। आपके कमेंट्स का इंतजार रहेगा। मेरी एक सलाह माने…

“सज़ा के तौर पे काटना ये ज़िंदगी अपनी,
वफ़ा बेमोल भी मिले तो प्यार मत करना…”

लास्ट में जाते-जाते उनके लिए चंद लाइनें हाज़िर हैं…

“सोचा था तेरी वफ़ा पे लिखूँगा एक ग़ज़ल,
अफ़सोस के तेरे प्यार के अल्फ़ाज न मिले…

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