आज मैं आपको ज़हरीले जीव जंतुओं के काटने का प्राथमिक उपचार बताने जा रही हूँ। क्योंकि कोई दुर्घटना किसी को बोल कर नहीं आती है। सोचिए अगर अचानक किसी को कोई ज़हरीला जीव जंतु काट लें तो उसे तुरंत प्राथमिक उपचार देना बहुत ज़रूरी हो जाता ताकि तुरन्त उसे प्राथमिक उपचार दे सकें और फिर तुरन्त उसे चिकित्सीय इलाज उपलब्ध करा सकें, ताकि मरीज की जान को सुरक्षित रख सके।
ज़हरीले जीव जन्तुओं के काटने प्राथमिक उपचार
1. सांप के काटने
– सांप के काटने पर अरहर की जड़ को चबा चबा कर खाएं। इससे सांप के ज़हर का असर कम होने लगता है।
– अगर सांप काट लें तो तुरन्त 150 ग्राम शुद्ध देशी घी पिलाकर उल्टी कराएं इससे सांप के ज़हर का असर कम होने लगता है। घी पिलाने के ठीक 10 मिनट बाद अधिक से अधिक गुनगुना पानी पिलाएं। इससे तुरंत उल्टियां होने लगेंगी और उल्टी के कारण सांप का ज़हर भी बाहर निकलने लगता है।
– अगर सांप काटने लें तो तुरंत 50 ग्राम घी में 1 ग्राम फिटकरी पीसकर प्रभावित अंग पर लगाएं। इससे जहर का असर कम होने लगता है।
2. चूहे के काटने पर
– चूहे के काटने पर ख़राब नारियल को मूली के रस के साथ घिस कर कटे हुए अंग पर लगाने से घाव भरने लगेगा।
3. बिच्छू के डंक मारने पर
– प्याज के रस में नौसादर मिलाकर लगाने से बिच्छू के डंक का असर कम होने लगता है।
– बिच्छू के ड़क का ज़हर कम करने या उसकी पीड़ा से बचने के लिए पुदीने का रस पीएं अथवा उसके पत्ते खाएं इससे पीड़ा में आराम मिलता है।
– रतालू के रस में नौसादर मिलाकर प्रभावित अंग पर लगाने से ज़हर धीरे धीरे उतरने लगता है।
3. कुत्ते के काटने पर
– कुत्ते के काटने से हुए घाव पर प्याज का रस और शहद मिलाकर लगाने से ज़हर का असर उतरने लगता है।
– अगर कुत्ता काट लें तो उसके ज़हर से बचने के लिए तुरन्त सूखी लाल मिर्च को पीसकर घाव में भर दें। इससे कुत्ते का ज़हर कम होने लगता है और घाव भी जल्दी ठीक हो जाता है।
– हींग को पानी में पीस कर प्रभावित अंग पर लगाने से भी ज़हर उतरने लगता है।
4. ततैया के काटने पर
– ततैया या बर्रे के काट लेने पर तुरन्त उस स्थान पर खटटा अचार या खटाई लगाएं इससे जलन शांत हो जाएगी।
– ततैया के काटने पर उस स्थान पर तुरन्त मिट्टी का तेल या नींबू का रस लगाएं। इससे जलन शांत हो जाएगी और सूजन और दर्द भी चला जाएगा।
5. मकड़ी के काटने पर
– अमचूर या पिसी घटाई को पानी में मिलाकर उस घाव पर या प्रभावित अंग पर लगाने से ज़हर का असर कम होने लगता है।
6. खनखजूरे के काटने पर
– खनखजूरे के काटने पर प्याज और लहसुन पीसकर लगाएं इससे उसका जहर उतरने लगता है।
7. छिपकली के काटने पर
– छिपकली के काटने पर सरसों का तेल और राख को साथ में मिलाकर लेप करने से जहर का असर कम होने लगता है।
ध्यान रहे ज़हरीले जीव जंतुओं के काटने पर ये सब तुरन्त के लिए घरेलू उपचार है। लेकिन जैसे ही संभव हो मरीज़ को तुरंत अस्पताल में भर्ती कराकर डॉक्टरी सलाह अवश्य लें।