रक्तदान से होने वाले फ़ायदे

कुछ लोग सोचते हैं कि अगर वो रक्त दान करेंगे, तो उन्हें कमज़ोर हो जायेंगे या उनकी सेहत पर बुरा असर होगा। इसलिए वे ब्लड डोनेट करने से कतराते हैं। जबकि ऐसा बिल्कुल भी नहीं है, ब्लड डोनेट या रक्त दान देते समय जितना ब्लड निकलता है, उसकी भरपाई हमारे शरीर में दो या तीन दिन में हो जाती है। इसलिए ब्लड डोनेट यानि रक्तदान करना एक अच्छा काम भी है और स्वास्थ्यप्रद और फायदेमंद भी है।

Blood Donation Health Benefits in Hindi

रक्तदान करने का लाभ
आज दुनिया में न जाने कितने लोग बीमारी से ग्रस्त होते हैं, न जाने कितने लोग दुर्घटना ग्रस्त हो जाते हैं, इसके अलावा कई अन्य कारणों से जब लोगों को एक जीवन के लिए कुछ बूंद रक्त यानि ब्लड की ज़रूरत पड़ती है। अगर सही समय पर इन लोगों को ब्लड मिल जाता है तो उस इंसान की ज़िंदगी बच जाती है और यदि उसे सही समय पर रक्त न मिले तो वो इंसान अपनी ज़िंदगी तक खो बैठता है। उस वक़्त इन चंद ब्लड की बूंदों की एहमियत का एहसास होता है कि चंद बूंदें ब्लड की किसी की ज़िंदगी भी बन सकती है।

तो आज से बल्कि अभी से उन ज़िंदगियों के लिए बस एक कदम बढ़ायें और ब्लड डोनेट के लिए ब्लड शिविर जाएँ ताकि आपकी ये छोटी कोशिश कितनों के जीवन को ख़ुशियों से भर सकती है।

रक्तदान यानि ब्लड डोनेशन के फ़ायदे

  1. ब्लड डोनेशन के समय मात्र 300 मि.ली. ब्लड लिया जाता है, जिसकी पूर्ति या भरपाई शरीर 24 या 47 घंटे में कर लेता है।
  2. रक्तदान के पश्चात शरीर में रक्त कोशिकाएँ तेज़ी से बनने लगती हैं।
  3. लाल रक्त कोशिकाएँ बनने से शरीर में ऑक्सीजन की मात्रा बढ़ जाती है। यानि रक्त दान के तुरन्त बाद ही शरीर में स्फूर्ति उत्पन्न होने लगती है।
  4. ब्लड लगातार डोनेट करते रहने से बोनमेरो / अस्थिमज्जा लगातार क्रियाशील बना रहता है।
  5. रक्तदान द्वारा संक्रमित होने वाली बीमारियों का पता भी चल जाता है।
  6. ओ निगेटिव ब्लड ग्रुप यूनिवर्सल ब्लड डोनर है यानि वे अपना ब्लड किसी को भी दे सकते हैं।
  7. आपमें से शायद बहुत कम लोग जानते होंगे कि 1 यूनिट रक्त से 3 ज़िंदगियों को बचाया जा सकता है।

कौन ब्लड डोनेट कर सकता है?

  1. कोई भी स्वस्थ व्यक्ति, जिसकी उम्र 18 से 68 साल के बीच हो।
  2. जिसका वज़न 45 किलो या उससे अधिक हो।
  3. जिसके ख़ून में हीमोग्लोबिन 12% से अधिक हो।
  4. ब्लड डोनेट करते समय कोई एंटीबायोटिक न ले रहा हो।
  5. पिछले 3 वर्षो में जॉन्डिस या कोई बड़ा ऑपरेशन न हुआ हो।
  6. एक ब्लड डोनर साल में कम से कम 4 बार और 3 – 3 महीने के अंतर पर ब्लड डोनेट कर सकता है।

कौन ब्लड डोनेट नहीं कर सकता है?

  1. जो किसी गंभीर बीमारी से ग्रस्त हो।
  2. जो महिला अपने बच्चे को ब्रेस्ट फीडिंग करा रही हो।
  3. जो महिला पीरियड में हो।

कहते हैं कि “रक्तदान महादान”, तो इसे करके आप न केवल एक महान कार्य करते हैं, बल्कि कई ज़िंदगियों को भी बचाते है तथा ब्लड डोनेट से शरीर के रक्त को क्लीन करते हैं। हम ख़ुद भी रक्तदान करें और दूसरों को भी इसके लिए प्रेरित करें ताकि हमारे द्वारा दिए गए रक्त दान से कई ज़िंदगियों को नया जीवन मिल सकें।

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