मेथी स्वास्थ्य के लिए बहुत उपयोगी है। हरी मेथी और मेथी दाना दोनों ही बहुत गुणकारी हैं। मेथी के पत्तों का या मेथी दाने का उपयोग हम लोग खाद्य पदार्थ के रूप में करते हैं। मेथी दाने का इस्तेमाल न केवल सब्ज़ी बल्कि मसाले बनाने में भी किया जाता है।
मेथी दाने का वनस्पतिक नाम ट्रिगोनेला फाइनमग्रेकम ( Trigonella Foenumgraecum ) है। हरी मेथी कई पोषक तत्वों से भरपूर है।

हरी मेथी के पोषक तत्व
स्वाद में कड़वा मेथी प्रोटीन, फाइबर, विटामिन सी, पोटैशियम और आयरन से भरपूर होता है। इसमें वसा, कार्बोहाईड्रेट, कैल्शियम, फास्फोरस तथा लोहा प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। इसमें फास्फोरिक एसिड, कोलाइन और ट्राइगोनेलिन एल्केलाइड्स, गोंद, लेसीथिन, एलब्युमिन प्रोटीन, पीले रंग के रंजक तत्व भी पाएं जाते हैं।
मेथी के फ़ायदे
1. चोट व सूजन में मेथी दाना की पोटली को गुनगुना करके चोट व सूजन पर सेकाई करने से सूजन ठीक हो जाती है।
2. मधुमेह रोगी अगर 10 ग्राम मेथी के बीजों को रात में पानी में भिगो दें और सुबह उठकर उन बीजों को चबाकर खाएं और उस पानी को पी जाएँ तो मधुमेह रोग में बहुत लाभ मिलता है।
3. फोड़े फुंसी या घुठनों के दर्द में हरी मेथी का लेप बहुत फ़ायदेमंद हैं।
4. एक कप पानी में 2 चम्मच मेथी को उबालकर पीने से पेट के छाले और आंतों की सफाई हो जाती है।
5. मेथी खाने से बुखार, कफ और पेट की गैस ख़त्म होती है।

मेथी दाना के फ़ायदे
1. अगर आपको अपच, पेट की गैस, कब्ज़ जैसी कोई भी समस्या हो या पेट से संबंधित किसी प्रकार की समस्या हो तो नियमित मेंथी दाने के सेवन से आप इस समस्या से बच सकते हैं।
2. अगर आपके बाल रूखे सूखे बेजान है तो मेथी के दानों को रात भर पानी या नारियल के तेल में भिगों कर पीसकर पेस्ट को बालों में लगाने से बाल काले और चमकदार होते हैं।
3. मेथी दाने के सेवन से कोलेस्ट्रॉल नियंत्रित रहता हैं।
4. अगर प्रसव के बाद माँ को दूध कम बने तो डॉक्टर से लेकर घर के बड़े-बूढ़े इस समस्या से निपटने के लिए मेथी खाने की सलाह देते हैं। क्योंकि मेथी में मौजूद डिसोजेनीन दूध के बनने में मददगार है, इसलिए इसका रोजाना थोड़ी मात्रा में ही सही, सेवन ज़रूर करना चाहिए।
5. ज़्यादा तली भुनी और ऑयली खाना खाने के कारण अगर सीने में जलन होने लगे तो एक चम्मच मेथी दाने का सेवन करने से इस समस्या से छुटकारा मिल जाता है।
6. तीन ग्राम मेथी के बीजों को पानी में उबालकर और छानकर प्रतिदिन पीने से मासिक धर्म से संबंधित समस्याएं और पीड़ा दूर होती है।
7. दस ग्राम मेथी के बीजों को पानी में उबालकर छान लें। उस छने हुए पानी में काली मिर्च का चूर्ण और सेंधा नमक मिलाकर सेवन करने से गठिया रोग का दर्द दूर हो जाता है।
8. मेथी के बीजों का चूर्ण दही के साथ सेवन करने से दस्त में बहुत लाभ मिलता है।
9. बालों पर मेथी के दानों का बना पेस्ट लगाने से बालों का झड़ना दूर हो जाता है।
10. मेथी ख़ून में शुगर की मात्रा को संतुलित करती है। इसलिए डायबिटीज़ से ग्रसित रोगी को रोज़ाना मेथी के 5 से 6 दानों का सेवन करना चाहिए।
हरी मेथी के पत्तों के फ़ायदे
1. मेथी की पत्तियां कब्जनाशक होती है।
2. पित्ताशय के रोग में मेथी के पत्तों के पचास ग्राम रस में शहद मिलाकर रोज़ाना पीने से ज़बरदस्त असर प्राप्त होता है।
3. सर्दियों में ठंड और जुकाम से बचने के लिए रोजाना मेथी की सब्ज़ी का सेवन करें।
4. गर्मियों में लू सताएं तो मेथी के सूखे पत्तों को पानी में डालकर बीस मिनट में उन पत्तों को मसलकर छान लें। इस छने हुए पानी में शहद मिलाकर पीने से लू का प्रकोप शांत हो जाता है।
विशेष बात
मेथी गर्म होती है इसलिए इसका अत्याधिक सेवन करने से बचें। यह पित्त को बढ़ाती है। जो लोग पेशाब में ख़ून, मासिक धर्म और खूनी बवासीर से परेशान हों वे लोग मेथी का सेवन न करें।