ऑस्टियोपोरोसिस के लिए हाई हील्स भी ज़िम्मेदार

आज के मॉडर्न ज़माने में हर कोई फ़ैशनेबेल और अट्रैक्टिव दिखने का प्रयास करता है| ख़ास तौर से महिलाएं जो कि फ़ैशन के अनुरूप चलने के लिए हाई हील्स को अपने जीवन में अपनाती हैं। जिससे महिलाओं में ऑस्टियोपोरोसिस _ Osteoporosis की समस्या दोगुनी तेज़ी से बढ़ रही है। हील्स जितनी ऊंची होती है, प्रेशर पैर के अंदर उतना ही बढ़ता है। क़रीबन 3 इंच की हील्स पहनने से पंजे पर पड़ने वाला दबाव 76 फ़ीसदी तक बढ़ जाता है। इससे ज्वाइंट एंजरी और घुटने के ऑस्टियोपोरोसिस होने की आशंका बढ़ जाती है।

ऑस्टियोपरोसिस

ऑस्टियोपोरोसिस क्या है?

What is Osteoporosis?

ऑस्टियोपोरोसिस एक ख़ामोश बीमारी है जो कि धीरे धीरे शरीर की हड्डियों को कमज़ोर करने लगती है। इसमें हड्डियों का मांस घटने लगता है और हड्डियों में मौजूद ऊतक फटने लगते हैं। इस प्रकार हड्डियों में फ़्रैक्चर होने का ख़तरा लगातार बना रहता है। यह ख़तरा अधिकतर उम्रदराज़ महिलाओं में पाया जाता है। आपको शायद ये बात न पता हो कि ऑस्टियोपोरोसिस की शुरुआत जीवन में बहुत पहले ही हो जाता है, लेकिन परिणाम देर से दिखते हैं। इसलिए ज़रूरी है कि आप अपने आहार का विशेष ध्यान रखें और कैल्शियम और विटामिन डी का अधिक से अधिक सेवन करें।

लक्षण

Symptoms

इसकी शुरुआत हल्के दर्द से होती है। ख़ासकर कमर और गर्दन की हड्डियों माँसपेशियों में दर्द होता है। प्रभावित भागों में दबाव पड़ते ही दर्द शुरू हो जाता है। यह दर्द हफ़्तों से लेकर महीनों तक रह सकता है। अगर अक्सर आपको दर्द महसूस हो और यह दर्द बर्दाश्त से बाहर हो जाये तो आपको तुरन्त डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।

सावधानियाँ बरतें

Precautions

अगर आप इन सावधानियों को बरतें तो आप ऑस्टियोपोरोसिस से बच सकते है:-

1. वृद्ध रोगी जो आर्थराइटिस से पीड़ित हों, उन्हें आरामदायक पैड़ वाले जूते पहनने चाहिए और ऐसी सतह पर चलना चाहिए जहाँ पर कार्पेट न हो।

2. एड़ियों के दर्द के मरीज़ों को ऐसे जूते पहनने चाहिए जिसके अंदर कुशल हील पैड़ लगा हो।

3. डायबिटीज़ के रोगी को सिलिकॉन के सोल के लैस जूते पहनने चाहिए।

4. जिनके पैर व अंगूठे पर घाव हो या पैरों की अंगुलियों की बनावट ठीक न हो, तो उन्हें अतिरिक्त पैड़ वाले जूते पहनने चाहिए।

5. जो लोग घुटने में आर्थराइटिस से पीड़ित हो, उनके चलना एक अच्छा व्यायाम है जबकि ऐसे लोगों को स्थिर रूप से खड़े होने के लिए या चलने के लिए बैसाखी की भी ज़रूरत पड़ती है।

6. दर्द वाले घुटने के उल्टे हाथ में बैसाखी पकड़नी चाहिए। चलने से ऐड़ी में हो रही गति से नाड़ी संबंधी घुमाव पर प्रभाव पड़ता है। हड्डियों व मांशपेशियों पर दबाव पड़ने से इसकी मजबूती व गुणवत्ता बेहतर होती है। मांशपेशियों पर दबाव पड़ते ही वे स्वतः ही चलने लगती है जिससे धीरे धीरे ऑस्टियोपोरोसिस ठीक होने लगता है।

Keywords – Osteoporosis Disease – A condition in which bones become weak and brittle. Joint Injury

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