जंक फूड क्या हैं? इसके क्या नुकसान हैं?

प्यार के वश में बिना सोचे समझे बच्चों को कुछ भी खाने के लिए देना बहुत नुकसानदेह हो साबित सकता है। इसलिए बच्चों के खानपान पर ध्यान देना माता पिता की बड़ी जिम्मेदारी है। बच्चे अक्सर जंक फूड या फास्ट फूड की डिमांड करते हैं। लेकिन बार बार उनकी ये मांग पूरी करने से उन्हें उनकी आदत पड़ जाती है। जंक फूड के नुकसान बहुत भारी पड़ सकते हैं। इसलिए जंक फूड से बच्चों को दूर रखें, यह हमारी जिम्मेदारी है। आइए जानते हैं, किन चीज़ों को जंक फूड माना जाता है।

जंक फूड के लाभ और हानि

जंक फूड माने जाने वाले आहार

1. कोल्ड ड्रिंक

बच्चे नहीं जानते हैं कि जंक फूड के दुष्परिणाम क्या हैं। इसलिए वे कोल्ड ड्रिंक पीते रहते हैं। अमूमन सभी प्रकार की कोल्ड ड्रिंक बच्चों के स्वास्थ्य पर बुरा असर डालती हैं। इसे बनाने में इस्तेमाल किए गए सोडे से टाइप-2 डायबिटीज हो सकता है।

2. प्रोसेस्ड रेडमीट

जंक फूड की लिस्ट में प्रोसेस्ड फूड भी गिना जाता है। यह भी मधुमेह का कारण बन सकता है। इसके अलावा हृदय रोग और कोलोन कैंसर भी हो सकता है। प्रोसेस्ड रेड मीट में वसा और नाइट्रेट बहुत अधिक होता है।

3. फ्रेंच फ्राइज और चाउमीन

तेल युक्त या ऑयली खानपान कम करना चाहिए। इसमें न केवल वसा बल्कि कैलोरी भी खूब होता है। शोध के अनुसार तला भुना खाने से सब्ज़ियां खाने की इच्छा कम हो जाती है। अत: हम सभी फ्रेंच फ्राइज, बर्गर और चाउमीन खाने से परहेज करें।

4. मीठा अनाज

मीठा अनाज कार्बोहाइड्रेट से भरपूर होता है। इसमें खाना पचाने के लिए जरूरी फाइबर की मात्रा कम होती है। बच्चों के खाने में इस तरह जंक फूड न शामिल करें। जिस दाल में 10 ग्राम से कम शर्करा हो, उसे चुनना बेहतर उपाय है।

5. फ्रूट स्नैक्स

फल सेहत के लिए वरदान से कम नहीं हैं। लोग आंख मूंदकर फलों को खाते हैं। लेकिन फलों से बने बाजारू फ्रूट स्नैक्स बच्चों के लिए कतई अच्छे नहीं होते हैं। जंक फूड के दुष्परिणाम न झेलने पड़ें इसलिए क्या खाना है और क्या नहीं इस पर विचार करना बहुत जरूरी है।

6. चॉकलेट

सभी बच्चे चॉकलेट के प्रति आकर्षित रहते हैं, यह उनकी पसंदीदा खानपान की चीज़ों में से एक है। लेकिन ज्यादा चॉकलेट से दांतों में सड़न और कीड़े लगने का खतरा रहता है। इसके साथ ही रक्त में शुगर भी बढ़ती है। इसलिए अपने बच्चों को चॉकलेट कम खाने की सीख दें।

7. चीज़

छोटे बच्चों के आहार चीज़ का प्रयोग सीमित मात्रा में होना चाहिए। इससे शरीर में पौष्टिक तत्वों की कमी हो सकती है। यह किसी जंक फूड से कम नहीं है। इसमें कैल्शियम और प्रोटीन होता है। चूंकि 4-8 साल के बच्चों को अधिकतम ढाई कप मिक्ल प्रोडक्ट्स लेने चाहिए, इससे लिए ज्यादा चीज़ मत खिलाएं।

8. शहद

एक वर्ष से कम उम्र के बच्चों के लिए शहद भी जंक फूड की तरह है। शहद में बीजाणु होते हैं, जिसके कारण गला सूखना, उल्टी होना या सांस लेने में तकलीफ जैसी परेशानी हो सकती है।

आशा है कि आप जंक फूड के बारे में जानकर अपने बच्चों को जंक फूड के नुकसान से बचा सकेंगे।

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *