आज एलोवेरा के बारे में आम आदमी जान चुका है। अनेक रोगों को समाप्त करने की अद्भुत क्षमता रखने वाले इस पौधे को कई नाम से जाना जाता है। घृतकुमारी, रससार, ग्वारपाठा, घीकुवार, मुसब्वर व एलुअरा आदि नामों से यह विख्यात है। इस पौधे का तना नहीं होता है, इसमें केवल पत्ते होते हैं जो भालाकार, मांसल, मोटे और बहुत ही रसदार होते हैं। इसका स्वाद थोड़ा कड़वा होता है। इसके जैल का उपयोग दही, अन्य पेय पदार्थों व मिठाइयों आदि में भी किया जाता है। गर्मी के मौसम में इसमें पीले रंग का फूल भी खिलता है। आज हम एलोवेरा घृतकुमारी के औषधीय गुणों की चर्चा करेंगे।
एलोवेरा घृतकुमारी के लाभ

बालों के लिए उपयोगी
– जड़ों को मजबूत करने, उन्हें सुंदर व चमकदार बनाने में घृतकुमारी का कोई जवाब नहीं है। इसके उपयोग से बालों का टूटना व झड़ना कम हो जाता है। तैलीय बालों की समस्याओं को भी यह दूर कर देता है।
– बालों को ख़ूबसूरत बनाने में एलोवरा, आंवला या शिकाकाई में से किसी एक का इस्तेमाल किया जा सकता है। एलोवेरा का इस्तेमाल सबसे बेहतर है, यह बालों को सुंदर बनाने के साथ ही बालों में जान डाल देता है।
– घृतकुमारी बालों से संबंधित सभी प्रकार की समस्याएं दूर कर देता है। बालों का गिरना, टूटना, डैंड्रफ व रूखापन दूर करने के लिए एलोवेरा जैल को बालों में लगा लें और आधा घंटे बाद धुल दें। यह रोज़ करने की ज़रूरत नहीं है, सप्ताह या पंद्रह दिन में एक बार कर सकते हैं। कुछ ही माह में इसका चमत्कार दिखने लगेगा।
– एलोवेरा घृतकुमारी जैल के इस्तेमाल से ऑयली बालों की समस्याएं भी सुलझ जाती हैं। यह बालों और स्कॉल्प में ऑयल की अधिक मात्रा को नियंत्रित कर बालों को मजबूती प्रदान करता है।
– एलोवेरा को सिर की त्वचा (स्कैल्प) पर शैंपू की तरह इस्तेमाल करने से बाल तो मजबूत होते ही हैं, इससे गंजापन, रूसी, रूखापन, बालों का गिरना, टूटना आदि समस्याएं दूर हो जाती हैं।
– घृतकुमारी केवल फ़ायदेमंद है, यह शुद्ध रूप से प्राकृतिक उत्पाद है, इसका कोई दुष्प्रभाव नहीं होता। इसका शैंपू बालों को नरम व चमकदार तथा मजबूत बना देता है। इसके कई तरह के उत्पाद बाज़ार में उपलब्ध हैं।

त्वचा की रक्षा
– नियमित रूप से एलोवेरा घृतकुमारी जैल से मालिश करने से असमय झुर्रियां नहीं पड़तीं। यह त्वचा को अंदर से मॉइश्चराइज़ करता। इसमें प्रयाप्त मात्रा में विटामिन सी मौजूद होता है जो त्वचा को हाइड्रेड बनाए रखता है।
– एलोवेरा में स्ट्रेच मार्क्स को दूर करने वाले तत्व पाए जाते हैं। इसके गूदा से मसाज करने पर त्वचा टोन होती है, इसके एंजाइम ख़राब त्वचा को हटाकर नई त्वचा को हाइड्रेट करते हैं। स्ट्रेच मार्क्स पर एलोवेरा का जूस लगा सकते हैं, लगाने के कुछ मिनट बाद गुनगुने पानी से धो लेना चाहिए।
– एलोवरा त्वचा की ड्राइनेस को कम करता है, यह मॉश्चराइज़र का काम करता है। विशेषकर उनके लिए बेहद लाभप्रद है जो महिलाएं मिनरल बेस मेकअप का उपयोग करती हैं। यह कोमल अंगों को हानि नहीं पहुंचने देता और जो हानि पहुंच चुकी है, उसकी भरपाई भी करता है। इसका सेवन हमारी नस-नाड़ियों की सफ़ाई करता है उनमें नई शक्ति व ऊर्जा भरता है। इसे संजीवनी बूटी भी कहते हैं।
– एलोवेरा त्वचा को टोन भी करता है। एलोवेरा फ़ेसवॉश से त्वचा का अतिरिक्त तेल निकल जाता है। तैलीय त्वचा वालों के लिए यह काफ़ी लाभप्रद है। इसका नियमित प्रयोग पिंपल व कील-मुंहासों को पनपने नहीं देता। कील-मुंहासों के लिए एलोवेरा घृतकुमारी के गूदे (पल्प) में मुल्तानी मिट्टी या चंदन पाउडर मिलाकर लगाने से कील-मुंहसों से निजात मिलती है।
– त्वचा में नमी बनाए रखने के लिए गुलाब जल में एलोवेरा का रस मिलाकर लगाना चाहिए, इससे रुखी त्वचा मुलायम होने लगती है।
– गर्मी व बरसात के समय निकले फोड़े-फुंसियों पर इसका रस लगाने से लाभ होता है।
घर पर बनाएं एलोवेरा फ़ेस पैक
एक चम्मच शहद, एक चम्मच दूध, एक चुटकी हल्दी लेकर उसमें कुछ बूंद गुलाब जल डाल दें और सभी को मिक्स कर लें। अब इसमें थोड़ा सा घृतकुमारी जैल डालकर अच्छी तरह मिला लें। इसे चेहरे व गर्दन पर लगाएं और 20 मिनट के बाद ठंडे पानी से धो लें। लोकप्रिय एलोवेरा फ़ेस पैक की अधिक जानकारी पाएं।
टैन हटाने वाला फेस मास्क
घृतकुमारी मिश्रण में कुछ बूंद नींबू का रस मिला दें और प्रभावित त्वचा पर लगाकर 15 मिनट के लिए छोड़ दें। इसके बाद ठंडे पानी से धो लें।
पिग्मन्टेशन मार्क्स के लिए
पिग्मेंटेशन मार्क्स के लिए गुलाब जल व एलोवेरा घृतकुमारी जैल को अच्छी तरह मिलाकर चेहरे पर लगाएं। 15 मिनट बाद इसे ठंडे पानी से धो लें।
बीमारियों के लिए इलाज
– गर्मी के दिनों में एक गिलास ठंडे नारियल पानी में दो-चार चम्मच घृतकुमारी का रस या गूदा मिलाकर पीने से लू नहीं लगता।
– बवासीर, मधुमेह, गर्भाशय व पेट रोगों के लिए एलोवेरा का जूस बहुत फायदेमंद है।
– कब्ज़ की समस्या से परेशान हैं तो सुबह उठकर खाली पेट एलोवेरा की पत्तियों के रस का सेवन करें।
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