दस्त लगने का इलाज

पाचन तंत्र के बिगड़ने से दस्त या डायरिया हो सकता है। दस्त की समस्या बच्चों और बड़ों दोनों को हो सकती है। दूषित खाना खाने और बदहजमी के कारण दस्त लग सकते हैं। ज़्यादा सर्दी गर्मी में रहने से भी दस्त लग जाते हैं। दस्त लगने पर शरीर में नमक पानी की कमी हो जाती है। जिसे डॉक्टर डी-हाइड्रेशन कहते हैं। शरीर में नमक पानी की कमी को पूरा करने के लिए ओआरएस और नींबू का सेवन किया जाता है। इस लेख में हम लूज मोशन या दस्त लगने का इलाज करने की जानकारी लेंगे।

दस्त लगने का इलाज और घरेलू नुस्खे

हमारे घरों में बहुत सी ऐसी चीजें होती हैं जो दस्त लगने पर दवा के रूप में प्रयोग की जा सकती है। आइए लूज मोशन के घरेलू उपचार की जानकारी करते हैं।

1. अदरक

एक चम्म्च अदरक का रस, एक चम्मच नींबू का रस और थोड़ा सा काली मिर्च पाउडर मिलाकर सेवन करने से दस्त लगने पर आराम मिलता है। लूज मोशन होने पर अदरक एक छोटा टुकड़ा चूसें या अदरक की चाय पिएँ। इससे न केवल दस्त ठीक होगी बल्कि पेट की मरोड़ भी ख़त्म हो जाएगी।

दस्त लगने के उपाय

2. कच्चा केला

3-4 कच्चे केलों को बिना छीलें पानी में उबालें। इसी बर्तन में एक चम्मच घी डालकर गरम करें। उबले केलों को छीलकर 3-4 लौंग के साथ इसमें डालें। दूसरे बर्तन में एक कटोरी दही, आधा चम्मच धनिया और थोड़ा सा सेंधा नमक डालकर अच्छे से मिला लें। इस मिश्रण को केलों में डालें, फिर इसमें थोड़ा पानी डालकर धीमी आँच पर पकाएँ। ठंडा होने पर केले के मिश्रण हो खाएँ। दस्त लगने का इलाज करने के लिए यह बढ़िया उपाय है।

3. ईसबगोल

कब्ज़ और दस्त लगने पर ईसबगोल की भूसी बहुत फायदेमंद होती है। लूज मोशन होने पर दही में ईसबगोल मिलाकर खाएँ।

4. सौंफ और जीरा

सौंफ और जीरे को समान मात्रा में मिलाकर बारीक पीस लें। आधा चम्मच चूरन एक गिलास पानी के साथ सेवन करने से जल्दी आराम मिलेगा।

5. संतरे के छिलके

2-3 दिन अच्छी तरह से सूखे हुए संतरे के छिलके को पीसकर पाउडर बना लें। मुन्नका के बीजों को भी बारीक पीस लें। अब दोनों पाउडर समान मात्रा में लेकर पानी में घोलकर पी जाएँ। इससे दस्त लगने बंद हो जाएंगे।

6. छोटी इलायची

4 कप पानी में 4 छोटी इलायची डालकर उबालें। जब पानी लगभग 3 कप रह जाए तो इसे ठंडा कर लें। इस तीन कप पानी को चार-चार घंटे के अंतर पर एक एक कप पिएं। लूज मोशन के इलाज में छोटी इलायची लाभदायक है।

7. सिंघाड़ा और लस्सी

जब गर्मी लगने के कारण दस्त लग जाएँ तो 8 ताज़े सिंघाड़े खाकर ऊपर से 1 गिलास लस्सी पिएँ। इससे दस्त लगने बंद हो जायेंगे।

8. दही और चावल

दही और चावल खाकर दस्त लगने के उपाय किया जा सकता है। इसमें थोड़ी मिसरी भी मिला लें। यह उपाय बच्चे और बड़ों दोनों के लिए है।

लूज मोशन का इलाज

9. मक्खन

जब दस्त के साथ खून आ रहा हो तो इसे खूनी दस्त कहते हैं। ऐसे में गाय के दूध से निकाला मक्खन खाना फायदेमंद होता है। खूनी दस्त लगने पर 10 ग्राम मक्खन खाकर एक गिलास लस्सी पिएँ। इस उपाय से बहुत आराम मिलेगा।

10. जामुन

जामुन की पत्तियों को धूप मे सुखाकर उसका बारीक पाउडर बना लें। इसमें एक चौथाई चम्मच सेंधा नमक मिलाकर दिन में 2 बार खाने से दस्त में आराम मिलेगा।

11. दूध में नींबू

एक गिलास गाय का ताज़ा दूध लेकर उसमें एक नींबू निचोड़कर फौरन पी जाएं। दूध में नींबू डालने से दूध फट जाता है, गाय के फटे दूध को पीने से दस्त में आराम मिलता है।

12. ओआरएस घोल

डायरिया, दस्त या लूज मोशन होने शरीर में नमक, चीनी और पानी की कमी होने लगती है। ओआरएस का घोल बनाकर पीने से शरीर में होने वाली इस कमी को पूरा किया जा सकता है। नींबू पानी और शिकंजी घरेलू ओआरएस घोल हैं।

बच्चों के दस्त की दवा

बच्चों के दांत और दाढ़ निकलते समय उन्हें पतले दस्त लगते हैं। साथ ही बुखार भी होता है। ऐसी स्थिति में बच्चों के खानपान का पूरा ध्यान रखना चाहिए।

1. बच्चों को अक्सर शरीर में नमक की कमी होने के कारण या ज्यादा गर्मी लगने के कारण उन्हें लूज मोशन होने लगते हैं। ऐसे में उन्हें 1 गिलास पानी में आधा चुटकी नमक डालकर पिलाते रहें।

2. बच्चों के दस्त की दवा करते समय उन्हें हल्का खाना जैसे मूँग दाल की खिचड़ी खिलाएँ। इससे शरीर में पानी की कमी नहीं होगी और दस्त भी थम जाएंगे।

3. कई बार बच्चे दूषित खा लेते हैं, जिस कारण उनको दस्त आ जाते हैं। ऐसे में ओआरएस घो के साथ घर का बना ताजा खाना खिलाएं।

उपरोक्त बातों का पालन करने पर सुधार न हो तो मरीज को फौरन डॉक्टर के पास ले जाएँ।