आयुर्वेदिक नुस्खे और उपाय

स्वस्थ और चुस्त-दुरुस्त रखने के लिए बहुत करना पड़ता है। सुबह टहलने जाना पड़ता है और व्यायाम करना पड़ता है। आज कल स्वस्थ रहने और फ़ौरन एनर्जी पाने के लिए हेल्थ ड्रिंक का चलन बढ़ रहा है। बाज़ार हेल्थ ड्रिंक और एनर्जी ड्रिंक से भरा पड़ा है। ये ड्रिंक आपको दिन भर काम करने की ऊर्जा देने का दावा करते हैं। लेकिन सच तो यह प्राकृतिक हेल्थ ड्रिंक का कोई मुक़ाबला नहीं है। आप घर पर बनाए हेल्थ ड्रिंक का प्रयोग करके देखें। पैसे भी बचेंगे और सेहत भी मिलेगी। यह आलेख ऐसे आयुर्वेदिक नुस्खे बताएगा जो अनेक रोग दूर कर सकते हैं। यह घरेलू उपाय घर पर आसानी से किए जा सकते हैं।

प्राकृतिक एनर्जी ड्रिंक

एप्पल शेक – दिमाग़ी कमज़ोरी को दूर करने के लिए एप्पल शेक पीना चाहिए। इससे आप दिन पर तरोताज़ा और ऊर्जा से भरपूर महसूस करेंगे।
नींबू और शहद का रस – हर दिन सुबह एक गिलास नींबू पानी में 1 चम्मच शहद घोलकर पिया जाए तो शरीर को शक्ति मिलती है और दूषित तत्व बाहर निकल जाते हैं।
चीकू शेक – ताज़गी और स्फूर्ति पाने में शर्करा से भरपूर चीकू शेक पीना चाहिए। ग्लूकोज़ की तरह यह ख़ून में घुलकर ताज़गी देता है। इसे पीने से आंते मजबूत बनती हैं।
गाजर का रस – विटामिन, प्रोटीम और मिनिरल्स से भरपूर गाजर का रस आपके शरीर में ऊर्जा का स्तर बढ़ा देता है।
आयुर्वेदिक नुस्खे उपाय उपचार

आयुर्वेदिक नुस्खे और घरेलू उपाय

निरोगी काया

१. 2 ग्राम गेंदे के फूल का रस प्रयोग करने से बुखार उतर जाता है।
२. एलर्जी की वजह से नजला जुकाम होने पर 1 गिलास पानी में नींबू निचोड़कर पीने से आराम मिलता है।
३. धूप में लू लगने पर मिश्री के शरबत में नींबू निचोड़कर पीने से आराम मिलता है।
४. पेट में पानी भरने के रोग में 2 गोले नारियल पानी रोज़ाना पीने से फ़ायदा मिलता है।
५. रात में नींद न आने की बीमारी हो तो पैर के तलवों की मालिश सरसों के तेल से करनी चाहिए। इस अनिद्रा रोग से पिंड छुटेगा।
६. याददाश्त कमज़ोर हो या दिमाग़ तेज़ करना होता है तो 1 गिलास पानी में 1 चम्मच ब्राह्मी मिलाकर पीनी चाहिए।
७. तुलसी के पत्तियों का रस निकालर गुनगुना कर लीजिए। 2-2 बूंद दिन में दो बार कान में डालने सुनने की शक्ति बढ़ती है और बहरे पन का इलाज होता है।
८. शरीर में अंदरूनी सूजन महसूस हो तो जौ का दलिया और रोटियां बनाकर खानी चाहिए।

पेट साफ़ रखने की टिप्स
Constipation Pet saf Rakhna

पेट संबंधित उपचार –

९. पेट दर्द होने पर लाल मिर्च और गुड़ एक साथ मिलाकर खाने से दर्द चला जाता है।
१०. पेट साफ़ करने के लिए बेकिंग सोडा का सेवन करना चाहिए। ये पुरानी कब्ज़ खोलने में असरदार है। 1 चम्मच बेकिंग सोडा 1 गिलास पानी में मिलाकर पीना चाहिए।
११. रात को सोने से पहले तांबे के लोटे में चांदी का सिक्का रखकर उसमें पानी भरकर रख दें। सुबह किसी गरम आसान पर बैठकर 4 गिलास यह पानी पिएं। खड़े होकर यह पानी पीने से घुटनों और पिंड्डियों में दर्द हो जाता है। यह पानी पीने के बाद 45 मिनट तक कुछ न खाएं। इस प्रयोग से ब्लड प्रेशर, एनीमिया, बवासीर, कब्ज़, लकवा, मधुमेह, मुहांसे, क्षयरोग, कैंसर, लीवर के रोग, मोटापा, आंखों के रोग, पेट की गैस, जोड़ों का दर्द, भूख कम लगना, सिर दर्द, मानसिक कमज़ोरी और मूत्र विकार से राहत मिलती है। इस उपाय से शरीर का शुद्धिकरण होता है।
१२. शरीर को रोग मुक्त रखने के लिए सुबह ख़ाली पेट पानी पिएं, भोजन करने के बाद लस्सी पिएं और रात को सोने से पहले दूध पिएं।
१३. भूख बढ़ाने के लिए थोड़ी थोड़ी देर में काला नमक चाटना चाहिए।
१४. भूख कम लगती है तो सरसों के तेल में पका हुआ भोजन करना चाहिए। साथ ही पाचन भी अच्छा रहता है।
१५. खाने पीने की जिन चीज़ों में एसिड ज़्यादा हो उनका सेवन ख़ाली पेट न करें, जैसे – सोडा, टमाटर, मेडिसिन, शराब, मसालेदार भोजन, कॉफ़ी और चाय आदि।

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१६. प्रतिदिन 1 कप पानी में 2 चम्मच आंवले का रस घोलकर पीना चाहिए। आंवले में विटामिन सी होता है, जो शरीर विषैले तत्व बाहर निकलता है।
१७. शरीर से टॉक्सिक पदार्थ बाहर निकालने के लिए लहसुन, खीरा, हरा धनिया, अदरक, खट्टे फल और ग्रीन टी का सेवन करना चाहिए।
१८. अंकुरित अनाज में फ़ाइबर और पोषक तत्व अधिक होते हैं, जिससे पाचन अच्छा होता है। इससे वज़न कम करने में हेल्प मिलती है।
ब्लड शुगर कंट्रोल

मधुमेह संबंधित उपचार –

१९. सुबह 1 गिलास पानी में नीम की 10 पत्तियां पानी आधा बचने तक उबालें। इसे ख़ाली पेट पीजिए। इससे रक्त में इंसुलिन की मात्रा बढ़ती है और शुगर लेवल कंट्रोल होता है।
२०. शरीर में ग्लूकोज़ स्तर कम करने के लिए 1 चम्मच एलो वेरा जैल में आधा चम्मच हल्दी और तेज पत्ता चूर्ण मिलाकर खाने के बाद लें।
२१. प्रतिदिन सुबह ख़ाली पेट करेले का रस पीने से रक्त में शर्करा का स्तर नियंत्रित रहता है। करेले की सब्ज़ी और भुजिया खाने से भी लाभ होगा।

किडनी संबंधित उपचार –

२२. फीका दूध गरम करके उसमें हल्दी मिलाकर पीने से किडनी की बीमारियां नहीं होती हैं। ये प्राकृतिक दर्द निवारक है। जिसे आपको पेन किलर और एंटीबायोटिक दवा नहीं खानी पड़ती है।
२३. 10-10 ग्राम नीम और पीपल की छाल को 3 गिलास पानी में पानी आधा बचने तक उबालें। ठंडा करके छान लें। दिन में 4 बार इस पानी का चौथाई भाग पीने से किडनी से जुड़ी बीमारियां ठीक होने लगती हैं।

हृदय संबंधित उपचार –

२४. रक्त में कोलेस्ट्रॉल का स्तर घटाने के लिए एलोवेरा जूस प्रतिदिन पीना चाहिए। ये उपाय दिल की बीमारियों से भी बचाता है।
२५. मौसमी का जूस स्टेमिना बढ़ाने के साथ ही साथ दिल की बीमारियों से बचाता है। आधा कप जूस सुबह नाश्ते के साथ पीने से हृदय रोग दूर रहते हैं।

थॉयराइड रोग
Thyroid gland man

गंभीर समस्याओं का उपचार –

२६. डंठल सहित हरी मिर्च का लेप बनाकर गठिया पर लगाने से लाभ मिलता है।
२७. थाइरॉइड का उपचार करना हो तो 1 गिलास पानी में 2 चम्मच साबुत धनिया रात में भिगो दें और सुबह इसे पानी में मसलकर उबाल लें। जब पानी एक चौथाई रह जाए तब इसे छानकर ख़ाली पेट पिएं। रोज़ गुनगुने पानी में नमक डालकर गरारे करें। इस उपाय से ज़रूर फ़ायदा होगा।
२८. स्वाइन फ़्लू से बचने के लिए 2 ग्राम हल्दी, 5 लौंग, 4 कालीमिर्च दाने, 8 तुलसी के पत्ते और गिलोय की डंठल उबालकर काढ़ा बनाएं। इसे पीने से बहुत फ़ायदा होता है।
२९. डेंगू बुखार हो जाए तो गिलोय, एलोवेरा, पपीता, अनार और गेहूँ के ज्वारे को मिलाकर रस निकालें। दिन में 3 बार इसका सेवन करने प्लेटलेट्स बढ़ना शुरु हो जाएंगी
३०. गिलोय, तुलसी, सोंठ और छोटी पिपर मिलाकर काढ़ा बनाकर पिएं, इससे डेंगी और चिकनगुनिया जैसे बीमारी में फ़ायदा मिलता है।
३१. टायफाइड के उपचार के लिए 8 लहसुन की कलिया घी में तलकर उसमें सेंधा नमक मिलाकर खाइए।

सौंदर्य प्रसाधन

३२. सांवले रंग को साफ़ करने के लिए नींबू के रस में हल्दी मिलाकर उबटन बनाकर चेहरे पर लगाएं। तैलीय त्वचा होने पर भी इस उपाय को किया जा सकता है। ड्राइ स्किन हो तो बेसन में हल्दी मिलाकर उबटन बनाएं और चेहरे को साफ़ करें।
बालों की पूरी देखभाल
३३. चेहरे पर झुर्रियां और आंखों के नीचे काले घेरे हों, बादाम के तेल से आंखों के चारों ओर हल्के हाथ से मालिश करने से फ़ायदा मिलता है।
३४. दही में बेसन मिलाकर उबटन बनाए, इसे शरीर पर मलने से शरीर की बदबू ख़त्म हो जाती है।
३५. जलने से बने हुए घाव को पकने से बचाने के लिए दूध की मलाई बांधनी चाहिए।
३६. अरहर की दाल में हल्दी की गांठ पकाने के बाद छाया में सुखा लें। फिर इसे गाय के दूध के घी में पीसकर मस्सों पर लगाएं। इससे उनका दर्द निकल जाता है।
३७. नित्य गाजर का रस पीने से बाल सफेद नहीं होते हैं।
३८. बाल झड़ने की समस्या से बचने के लिए दालचीनी और शहद को मिलाकर बालों में लगाना चाहिए।
३९. दो मुँहे बालों से छुटकारा पाने के लिए नारियल तेल में दही डालकर मालिश करें। यह उपाय करने बाल गिरना भी बंद हो जायेंगे।
४०. दांतों का पीलापन दूर करने के लिए सरसों के तेल में नमक मिलाकर मालिश करने से दांत सफेद हो जाते हैं।
४१. दाद की समस्या होने पर सुबह बिना कुल्ला किए मुँह की लार दाद प्रभावित भाग पर लगाने से फ़ायदा मिलता है। तुलसी के पत्ते पीसकर लगाने से भी दाद चली जाती है।

यौन शक्ति बढ़ाना

४२. लंबे समय तक यौन शक्ति बनाए रखने के लिए आपको मन में अश्लील विचार नहीं रखने चाहिए और सप्ताह में 1 या 2 बार ही संभोग करना चाहिए।
४३. शिलाजीत के सेवन से वीर्य वृद्धि होती है और शारीरिक कमज़ोरी दूर होती है।

अन्य प्रयोग

४४. काला पीला ततैया डंक मार दे तो कच्चा प्याज काटकर अच्छी तरह से रगड़ें। इससे सूजन और दर्द चला जाएगा। मूली काटकर रगड़ने से भी आराम मिलता है।
४५. अगर बच्चा कांच या पत्थर निकल जाए तो दूध में इसबगोल की भूसी मिलाकर दिन में 3 बार पीने से लाभ होगा।
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